परिचय
यह कहानी है राज और नंदिनी की।
Hamari Adhuri Kahani:राज और नंदिनी एक ही गाँव में रहते थे और वो एक साथ ही पढ़ाई भी करते थे। जब वे बड़े हुए, तो दोनों ने अपनी पढ़ाई को शहर में जाकर पूरा किया…
कुछ साल बाद
Hamari Adhuri Kahani:सुबह की ठंडी हवाओं के बीच, राज अपने घर के गार्डन में चाय पी रहा होता है। चाय-नाश्ता करने के बाद, वह ऑफिस के लिए घर से निकलता है। जब वह बस स्टैंड पहुंचता है, तो उसके बराबर में एक लड़की आकर खड़ी हो जाती है। उसे देखकर राज हैरान हो जाता है, क्योंकि वह लड़की कोई और नहीं, बल्कि उसकी बचपन की दोस्त नंदिनी होती है।उसे देखते ही राज पूछता है, “तुम यहाँ? तुम तो शिफ्ट हो गई थी।”
तभी नंदिनी मुस्कुराते हुए बताती है, “हाँ, मैं शिफ्ट हो गई थी, लेकिन बस अपने एक पुराने दोस्त से मिलने आई हूँ।”
राज थोड़ा उत्साहित होते हुए कहता है, “अगर तुम्हारे पास कुछ समय हो, तो क्या हम कॉफी पर चलें?”
नंदिनी थोड़ी सोचती है, फिर हाँ में सिर हिलाकर कहती है, “ठीक है, चलो।”
तभी राज उसे कहता है, “तुम पार्क में वेट करो, मैं बस 2 मिनट में आता हूँ।”
“हॉट कॉफी कैफे”
Hamari Adhuri Kahani:
कुछ देर बाद राज और नंदिनी कॉफी पीने कैफे पहुंच जाते हैं। दोनों कॉफी का आनंद लेते हुए बातचीत की शुरुआत करते हैं। नंदिनी राज से पूछती है, “और, तुम आजकल क्या कर रहे हो?”
राज मुस्कुराते हुए जवाब देता है, “कुछ नहीं, बस मेरी कविता और बाकी 9 से 5 की नौकरी।”
नंदिनी तारीफ करते हुए कहती है, “तुम्हारी पोएट्री वैसे काफी अच्छी होती है।”
राज थोड़ा शरमाते हुए कहता है, “हां, सब यही कहते हैं। बाकी तुम सुनाओ।”
नंदिनी हल्की मुस्कान के साथ कहती है, “कुछ नहीं, बस लाइफ में खो गई थी।”
राज हँसते हुए पूछता है, “कहाँ खो गई?”
नंदिनी कहती है, “लाइफ में।”
राज मजाक में कहता है, “उफ्फो, कितनी फिल्मी बातें! लेकिन अब सब ठीक चल रहा है, न?”
राज फिर पूछता है, “और तुम्हारा रिलेशनशिप कैसा चल रहा है?”
नंदिनी जवाब देती है, “बढ़िया चल रहा है।”
Hamari Adhuri Kahani:तभी राज के मोबाइल की रिंग बजती है, वह कॉल काटकर मोबाइल को अपनी जेब में रख लेता है। नंदिनी पूछती है, “ऑफिस नहीं है तुम्हारा आज?”
राज जवाब देता है, “नहीं, आज छुट्टी है।”
फिर राज कहता है, “कहीं चलें?”
नंदिनी सुझाव देती है, “चलो, वॉक पर चलते हैं।”
Hamari Adhuri Kahani:वॉक के दौरान राज नंदिनी से कहता है, “तुमने बताया था कि तुम सबसे मिलने आई हो, फिर मुझसे मिलने क्यों नहीं आई?”
नंदिनी मुस्कुराते हुए जवाब देती है, “मिल तो लिए हम।”
राज भी हँसते हुए कहता है, “हाँ, मिल तो लिए हैं हम।”
राज फिर पूछता है, “अच्छा ये बताओ, सचिन कैसा है?”
नंदिनी कहती है, “ठीक है।”
राज पूछता है, “ख़याल रखता है तुम्हारा?”
Hamari Adhuri Kahani:नंदिनी मुस्कुराते हुए कहती है, “हाँ, बहुत लविंग है, केयरिंग है, और हमारे बीच बहुत समझदारी है। तुम्हें पता है, जब उसका प्रमोशन हुआ था, तो हमने पूरी रात पार्टी की। तुम बताओ, राज, तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड?”
राज थोड़ा चुप होते हुए कहता है, “नहीं, मतलब हाँ थी…”
नंदिनी हँसते हुए कहती है, “छोड़ गई बाबू को? बेबी छोड़ गई?”
राज भी हँसते हुए कहता है, “हाँ हाँ, ठीक है न। वैसे मुझे यकीन नहीं आ रहा कि तुम यहाँ आई हो।”
Hamari Adhuri Kahani:
तभी नंदिनी उसे आइसक्रीम के लिए कहती है। राज अपना बैग नंदिनी को पकड़ाकर उसके लिए आइसक्रीम लेने जाता है और उसे चॉकलेट फ्लेवर की आइसक्रीम लाकर देता है। नंदिनी खुश होकर कहती है, “वाओ, चॉकलेट फ्लेवर!”
राज मुस्कुराते हुए कहता है, “हाँ, तुम्हें पसंद थी न?”
नंदिनी फिर कहती है, “मुझे लगा तुम्हारी पसंद बदल गई होगी।”
राज मुस्कुराकर कहता है, “नहीं, नहीं।”
नंदिनी कहती है, “नहीं, मुझे लगा था तुम मेरी पसंद भूल गए होगे।”
फिर नंदिनी राज से कहती है, “राज, क्या तुम्हें वो गाना याद है जिस पर हम डांस किया करते थे?”
राज मुस्कुराते हुए जवाब देता है, “हाँ, कभी-कभी सुन लेता हूँ। हम उस गाने को बहुत पसंद करते थे, खासकर वो डांस।”
Hamari Adhuri Kahani:
इस बात को याद कर दोनों अपने बीते हुए कल को सोचकर डांस करने लगते हैं। तभी नंदिनी के पास सचिन की कॉल आती है। सचिन कहता है, “जान, वीडियो कॉल करो।”
नंदिनी जवाब देती है, “यार, मैं अभी थोड़ी बिजी हूँ, वीडियो कॉल नहीं कर सकती।”
सचिन कहता है, “अच्छा ठीक है, घर आओ, खाना भी तो बनाना है।”
नंदिनी हंसते हुए कहती है, “शायद तुम भूल रहे हो कि आज खाना तुम बनाओगे, क्योंकि आज संडे है।”
सचिन मान जाता है और कहता है, “ओके।”
नंदिनी फिर कहती है, “सचिन, अगर मुझे देर हो जाए तो तुम खाना खाकर सो जाना।”
Hamari Adhuri Kahani:जब नंदिनी कॉल डिस्कनेक्ट करके राज के पास वापस आती है, तो वह सिगरेट पी रहा होता है। राज से पूछता है, “कौन था?”
नंदिनी कहती है, “कोई नहीं।”
फिर नंदिनी राज से पूछती है, “ये आदत कब से लगी?”
राज जवाब देता है, “लग गई… कुछ आदतें गलत लग जाती हैं, जैसे तुम्हें ये सिगरेट की लग गई।”
राज कहता है, “कुछ आदतें होती ही गलत हैं, जैसे सिगरेट, दारू… और प्यार।”
नंदिनी से कहता है, “तुम्हें उससे बहुत पहले ही छोड़ देना चाहिए था।”
नंदिनी जवाब देती है, “अब इन सब बातों का कोई फायदा नहीं है।”
Hamari Adhuri Kahani:
राज गुस्से में सिगरेट फेंकते हुए बोलता है, “मैं तुम्हें कभी समय नहीं दे पाया, अपनी इस नौकरी की वजह से। मैं हमेशा अपना समय PPTs पर ही देता रहा, सब मिस कर दिया मैंने… सब मिस कर दिया।”
राज आगे कहता है, “तुम्हें पता है, आज मैं बहुत खुश हूँ। इतने दिनों बाद मैं हर दिन मुस्कुराना चाहता हूँ।”
राज नंदिनी से कहता है, “वापस आ जाओ न यार, माफ कर दो मुझे।”
Hamari Adhuri Kahani:
नंदिनी शांत स्वर में कहती है, “माफ तो मैं तुम्हें बहुत पहले ही कर चुकी हूँ, पर जिस दिन तुमने मुझे गाल पर थप्पड़ मारा था, उस दिन मेरे दिल पर चोट लगी थी।”
राज नंदिनी से भावुक होकर कहता है, “मैं तुम्हें आज भी उतना ही प्यार करता हूँ जितना कल करता था।”
नंदिनी जवाब देती है, “मेरी लाइफ में अब सचिन है, तुम समझ क्यों नहीं रहे हो? मैं उसे नहीं छोड़ सकती।”
राज नंदिनी से कहता है, “नंदिनी, मुझे तुमसे कुछ पूछना है।”
नंदिनी कहती है, “हाँ, पूछो।”
राज नंदिनी से पूछता है…
राज पूछता है, “क्या तुम उससे प्यार करती हो? क्या तुम उससे प्यार करती हो, नंदिनी?”
नंदिनी आँखों में आँसू लिए कहती है, “हाँ,” और फिर रोने लगती है।
इसके बाद, राज और नंदिनी पार्क से रोड की तरफ आते हैं।
नंदिनी कहती है, “अब मुझे जाना होगा।”
राज भी कहता है, “हाँ।”
नंदिनी फिर पूछती है, “तुम रोने वाले हो क्या?”
राज जवाब देता है, “नहीं… हाँ, जाना तो पड़ेगा।”
नंदिनी यह कहकर अपनी कार की तरफ बढ़ती है, फिर वापस आकर राज को गले से लगा लेती है और फिर चली जाती है।
तभी राज का फोन बजता है, और वह कॉल नंदिनी की होती है।
राज नंदिनी की गाड़ी के पीछे भागते हुए जाता है, लेकिन तब तक नंदिनी वहाँ से निकल चुकी होती है…