Husband Wife
सुबह का वक्त था, रोहन ऑफिस के लिए तैयार हो रहा था। उसने कुसुम को आवाज़ लगाते हुए पूछा, “कुसुम, लंच रेडी है?”
कुसुम पूजा कर रही थी जब उसके मोबाइल की घंटी बजी। उसने फोन उठाया। दूसरी तरफ उसके भाई थे, जिन्होंने रोहन के बारे में पूछा। कुसुम ने रोहन की तरफ देखा तो रोहन ने इशारा किया कि बोल दो कि वह ऑफिस चले गए हैं।
कुसुम ने अपने भाई से कहा, “ये तो ऑफिस चले गए।”
Husband Wife:भाई ने कुछ और बात की, जिसके बाद कुसुम बोली, “हम उनसे बात कर लेंगे,” और फोन रख दिया।रोहन ने पूछा, “क्या कह रहे थे?”कुसुम बोली, “वो पिंकी की शादी है ना…”रोहन ने कहा, “हाँ, हाँ, पता है मुझे, हमारी साली की शादी है। चल तो रहे हैं हम।”तभी कुसुम बोली, “नहीं, वो 4-5 दिन पहले आने को बोल रहे हैं।”
रोहन थोड़ा चौंकते हुए बोला, “4-5 दिन पहले? बड़ा लेट बुला रहे हैं। कम से कम 8-10 दिन पहले तो जाना चाहिए। वहाँ जाकर काम भी तो करवाना है। ऑफिस में वैसे भी कोई काम नहीं है, जाते हैं, चाय पीते हैं और चले आते हैं। इससे बढ़िया तो ये है ना कि भैया के पास चले जाएं, चाय भी मिलेगी, खाना भी मिलेगा। बढ़िया है ना?”
कुसुम मुस्कराते हुए बोली, “बहुत बढ़िया है।”
रोहन अचानक गुस्से में बोला, “माना हम रेलवे में काम करते हैं, पर हमारे पिताजी की जागीर नहीं है। पता है, कितना काम होता है वहाँ रोज़? 100-100 लोग सिर पर चढ़कर नाचते हैं हमारे। Husband Wife:और छुट्टी के लिए तो बॉस से अरज़ी मांगनी पड़ती है, वो भी उनके मूड पर डिपेंड करता है, मिलेगी भी या नहीं। अगर मूड ज्यादा खराब हुआ तो 4 काम और ज्यादा पकड़ा देंगे। 4-5 दिन पहले जाना चाहिए।”
तभी उसकी नज़र कुसुम के उदास चेहरे पर पड़ी। उसने कहा, “ठीक है, सुनो, तुम। हम बॉस से बात करते हैं। क्या पता उनका मूड अच्छा हुआ तो छुट्टी मिल जाए। लेकिन अभी कन्फर्म नहीं बता रहे, हम बात करके बताते हैं।”ये कहकर वह ऑफिस के लिए निकल गया।तभी कुसुम पीछे से आवाज़ देती हुई बोली, “सुनिए, हम एक बात पूछना चाह रहे थे, क्या हम लोग प्लेन से जा सकते हैं?”रोहन शॉक्ड होकर पूछता है, “किससे? एयरोप्लेन से? कहाँ?”Husband Wife:कुसुम बोली, “शादी में।”
रोहन ने कहा, “किसकी शादी? अच्छा, पिंकी की शादी में? एयरोप्लेन से? कुसुम, तुम्हें पता है इस महीने कितना खर्चा हो चुका है हमारा? और अभी और खर्चा है कपड़ों का, ज़ेवर का और अभी ट्रेन का भी देखना पड़ेगा, रिज़र्वेशन मिलेगा भी या नहीं।”कुसुम बोली, “नहीं देखना पड़ेगा, हम लोग प्लेन से जाएंगे तो कुछ भी नहीं देखना पड़ेगा और हम जल्दी भी पहुँच जाएंगे वहाँ।”रोहन बोला, “जल्दी किसको चाहिए? हम जल्दी वहाँ पर…”कुसुम ने बीच में टोकते हुए कहा, “भैया को।”Husband Wife:रोहन बोला, “ठीक है फिर, भैया को बोल दो प्लेन की टिकट भेज दें, हम पहुँच जाएंगे वहाँ पर जल्दी।”
तभी रोहन के मोबाइल की रिंग बजी। वह फोन उसके ऑफिस से आया हुआ था। उसने कहा, “बस आ रहे,” और ऑफिस के लिए निकल गया।
कुसुम उसे जाते हुए देखती रही और फिर अपने घर के सारे काम करने लगी। Husband Wife:थोड़ी देर बाद डोर बेल बजी, तो कुसुम अंदर से आवाज़ लगाकर पूछती है, “कौन?” बाहर से आवाज़ आई, “दूध वाला।”
कुसुम पतीली लेकर दूध लेने गई। दूध वाला बदतमीजी से बोला, “कैन खुल नहीं रहा, ज़रा हमारी मदद करेंगी?”
कुसुम गुस्से से उसकी तरफ देखती है। वह डर कर बोला, “अरे, खोलेगा कैसे नहीं? फिर वह पतीली में दूध डालता है और कुसुम से कहता है, “भाभी जी, ज़रा मूड खराब लग रहा है आपका।”
कुसुम गुस्से से बोलती है, “ज्यादा बातें मत बनाओ, दूध दो वरना वापस कर देंगे और कभी लेंगे भी नहीं।”
दूध वाला कहता है, “अरे भाभी जी, गुस्सा क्यों कर रही हैं? बिल्कुल शुद्ध दूध देते हैं, पूरे इलाके में कोई नहीं देगा आपको।”
कुसुम कहती है, “शुद्ध मतलब प्योर।”
तभी वह बोला, “यही अदा तो अच्छी लगती है आपकी।”
कुसुम ने दूध लेकर दरवाजा उसके मुँह पर बंद कर दिया।
कुछ देर बाद रोहन घर आया। कुसुम दरवाजा खोलती है। कुसुम का लटका हुआ मुँह देखकर वह पूछता है, “क्या हुआ कुसुम?”
वह कोई जवाब नहीं देती। फिर पूछता है, “अरे बात क्या है, कुसुम, बताओ तो सही।”
तभी वह घूम कर बोली, “कुछ भी नहीं हुआ।”
तभी रोहन कहता है, “अच्छा, देखो मैं तुम्हारे लिए क्या लाया हूँ? ट्रेन की टिकट। इतनी मुश्किल से रिज़र्वेशन करवा कर लाया हूँ।”
तभी कुसुम बोलती है, “तो क्या देखें इसमें, ट्रेन की ही टिकट है ना, ट्रेन से ही जा सकते हैं।”
रोहन ने कहा, “अच्छा तो इस बात की नाराज़गी है कि प्लेन से नहीं जा रहे?”
कुसुम बोली, “हाँ, तुमने अपनी ही शादी के टाइम कहा था कि प्लेन से लेकर जाएंगे। फिर शिमला भी ट्रेन से लेकर गए थे।”
तभी रोहन बोला, “शिमला कौन सा प्लेन जाता है?”
“हाँ, तो हमको नहीं पता,” कुसुम बोली, “छोड़िए ये सब, आप खाना खा लीजिए।”
तभी रोहन बोला, “एक मिनट यार, ये टिकट देख तो लो, नाम-वाम ठीक है।”
तभी कुसुम बोली, “क्या हम पहली बार टिकट देख रहे हैं?”
टिकट खोलते ही वो खुश हो जाती है और बोलती है, “ये तो प्लेन की टिकट है, हमारी।”
रोहन बोला, “और किसकी?”
कुसुम पूछती है, “पैसे?”
रोहन ने कहा, “ऑफिस में बोल कर करवा लिया था।”
वो बहुत खुश होती है। रोहन कहता है, “अब खाना खाओगी या सीधा प्लेन में?”
अगले दिन सुबह
रोज की तरह, सुबह होते ही रोहन ने कुशुम को आवाज़ लगाई, “मेरा लंच रेडी है?”
कुशुम आई और बोली, “हाँ, रेडी है।”
रोहन ने उसे देखते हुए मुस्कराते हुए कहा, “अरे वाह! आज ऑफिस जाऊं या छुट्टी ले लूं?”
कुशुम मुस्कराकर बोली, “जाइए ना, कल से वैसे भी छुट्टी है। और सुनिए, पहुँच कर कॉल कर दीजिएगा।”
रोहन ने हंसते हुए कहा, “और कुछ?”
कुशुम ने जवाब दिया, “नहीं, बस जाइए।”
Husband Wife:फिर वह रोज की तरह अपने घर के कामों में लग गई। कुछ देर बाद दूधवाला आया। कुशुम दूध लेने गई और मुस्कराते हुए उससे बोली, “और भैया, कैसे हो आप?”
दूधवाला बोला, “भाभी जी, हम बहुत बढ़िया हैं। रोज़ तो आते हैं, आज आप पहली बार पूछ रही हैं। अच्छा सुनिए, कल से दूध नहीं देना है।”
दूधवाला हैरान होकर बोला, “अरे, ये कैसी बात कर रही हैं भाभी जी? हम बहुत गरीब आदमी हैं, ऐसा मत कीजिए, भाभी जी। पूरा परिवार चलता है इसी से।”
वह परेशान होकर हाथ जोड़ने लगा।
तभी कुशुम ने मुस्कराकर कहा, “अरे, मेरी बात सुनो, हम 4-5 दिन के लिए बाहर जा रहे हैं, प्लेन से।”
दूधवाला बोला, “प्लेन से? वाह भाभी जी, गजब कर दिया! भगवान की कृपा है आप पर।”
वह थोड़ा मजाक करते हुए बोला, “मतलब, अब ऐरा-गैरा नत्थू-खैरा भी प्लेन में बैठ रहा है!”
कुशुम ने हंसते हुए कहा, “तुम बैठे हो कभी प्लेन में?”
दूधवाला बोला, “भाभी जी, बहुत बार! मतलब इतनी बार कि पायलट भी हमारा दोस्त बन गया है। हम जाते हैं तो वो कहता है, टिकट क्यों ले रहे हो, बैठो ऐसे ही चलो!”Husband Wife:कुशुम ने मुस्कराते हुए कहा, “जाओ, दूध दो और फिर जाओ, हमें भी तैयार होना है।”
Husband Wife:थोड़ी देर बाद, कुशुम खाना बनाने लगी और फिर दोनों साथ में खाना खा रहे थे। रोहन उसके खाने की तारीफ करते हुए बोला, “अभी तो बहुत काम बाकी है, सुबह जल्दी निकलना है।”
तभी रोहन ने कुशुम से पूछा, “एक बात बताओ, तुम्हें ज़्यादा ख़ुशी किस बात की है—पिंकी की शादी की या प्लेन से जाने की?”कुशुम हंस पड़ी और बोली, “आप भी ना! दोनों की।”रात होते ही दोनों कमरे में सोने चले गए। कुशुम रोहन से बोली, “सुनिए, हमें नींद नहीं आ रही।”रोहन ने कहा, “सो जाओ यार, सुबह जल्दी उठना है।”Husband Wife:वह खुशी से रातभर सो नहीं पाई।
अगले दिन सुबह:
Husband Wife:सुबह होते ही रोहन के फोन की घंटी बजी। उसने फोन उठाया और बोला, “बस 10 मिनट में आ रहे हैं।”फिर वह कुशुम से बोला, “उठो, देर हो गई है!”कुशुम बोली, “अरे, देर कैसे हो गई? अलार्म भी नहीं बजा।”दोनों जल्दी-जल्दी तैयार होकर घर से निकल गए।टैक्सी ड्राइवर को देखकर कुशुम बोली, “तुम?”रोहन ने पूछा, “क्या तुम इसे जानती हो?”
Husband Wife:कुशुम ने बताया, “हाँ, ये हमारा दूधवाला है। भाभी जी, दिन में टैक्सी चलाते हैं, शाम को दूध देते हैं। एक आदमी दो काम नहीं कर सकता क्या?”
फिर वे लोग एयरपोर्ट के लिए निकल पड़े।रोहन ने टैक्सी ड्राइवर से पूछा, “दिल्ली एयरपोर्ट जाने में कितना समय लगेगा?”
वह बोला, “3 घंटे। कितने बजे की फ्लाइट है आपकी?”रोहन ने बताया, “11:30 बजे की।”ड्राइवर बोला, “अरे 9 तो अपने यही बजा दिए भाई, आप टैक्सी चलाइए जल्दी!”आगे बढ़ते ही बहुत ट्रैफिक हो गया।
Husband Wife:तभी ड्राइवर बोला, “भैया, ऐसा लग रहा है कि आपकी फ्लाइट छूट जाएगी। हमारा तो रोज का आना-जाना रहता है, कम से कम एक घंटा पहले पहुँचना होता है एयरपोर्ट पर। और आप तो 11:30 बजे यही बजा दिए। खैर, कोई बात नहीं, इसी बहाने आप वहाँ घूम लीजिएगा, जहाज में कभी और बैठ जाइएगा।”ट्रैफिक साफ़ होता है और वे लोग एयरपोर्ट पहुँचते हैं। रोहन टैक्सी से उतरता है और बोलता है, “हम पता करके आते हैं।”
Husband Wife:कुछ देर बाद वो टैक्सी में आकर बोलता है, “भैया, वापस घर ही चलो, फ्लाइट छूट गई।”फिर वे लोग घर पहुँच जाते हैं।कुशुम बहुत उदास होती है।
Husband Wife:रोहन कुशुम से कहता है, “हमने कोशिश तो पूरी की, ऑफिस में कहकर टिकट भी करवा लिया था। देखो, जितना दुःख तुम्हें है, उतना ही मुझे भी है। हम भी तो पहली बार जा रहे थे।
तुम चिंता मत करो, हम फिर कभी चलेंगे। कुशुम, प्लीज़ तुम परेशान मत हो।”यह कहकर रोहन दरवाजे की तरफ जाता है और कहता है, “बिट्टू भैया का कूरियर आया है।”कुशुम कहती है, “बिट्टू भैया का?
“Husband Wife:वो कूरियर खोलकर देखता है तो उसमें प्लेन का टिकट होता है।तभी रोहन पूछता है, “क्या तुमने सच में भैया से कह दिया था क्या?”कुशुम बोलती है, “
हमने तो मजाक किया था, उन्होंने तो सही में भेज दिया।”यह देखकर दोनों बहुत खुश होते हैं।”कल सुबह की फ्लाइट है। भैया ने प्रिंटआउट क्यों भेजा, मेल कर देते, हम निकाल लेते।”तभी कुशुम ने कहा, “भैया तभी तो कॉल कर रहे थे, अब समझ में आया, हम काटते रहे। तुम भी ना!”दोनों बहुत ही ज़्यादा खुश होते हैं।Husband Wife: