Pyar Me Dhoka
Pyar Me Dhoka नेहा और विशाल बहुत अच्छे दोस्त थे और वे दोनों एक-दूसरे को बचपन से ही पसंद करते थे। उनके परिवारों के बीच भी बहुत अच्छा रिश्ता था। नेहा और विशाल के माता-पिता ने उनकी शादी कर दी, और वे अपनी शादीशुदा जिंदगी में बहुत खुश थे।
Pyar Me Dhoka सुबह का वक्त था, विशाल ऑफिस के लिए जा रहा था। नेहा ने विशाल को नाश्ता करने के लिए रोका, पर विशाल को देर हो रही थी, इसलिए वह बिना नाश्ता किए ही ऑफिस के लिए निकल गया।
ऑफिस में पहुंचने के बाद, लंच टाइम के दौरान विशाल को बहुत तेज भूख लगने लगी। वह अपने ऑफिस के पास वाले रेस्टोरेंट में गया। तभी उसकी मुलाकात एक लड़की से हुई, जिसका नाम अदिति था।
अदिति बहुत ही सुंदर और मॉडल जैसी दिखने वाली थी। विशाल उसे देखते ही रह गया। अदिति ने विशाल को अकेला देखकर, उसके टेबल पर आकर उसके साथ लंच करना शुरू कर दिया। इस तरह, उनकी दोस्ती की शुरुआत हुई। कुछ महीनों तक इसी तरह चलता रहा
6 महीने बाद
Pyar Me Dhoka अदिति के माता-पिता उसकी शादी के लिए लड़का देख रहे होते हैं। अदिति, विशाल को उसी जगह बुलाती है, जहाँ वे हमेशा मिलते रहते थे। अदिति विशाल से कहती है, “तुम नेहा को तलाक दो, हम कब तक ऐसे ही छिपकर मिलते रहेंगे?”
विशाल उसे समझाते हुए बोलता है, “बस मुझे कुछ दिन का वक्त और दे दो, मैं बहुत जल्द ही उसे छोड़ दूँगा।”
अदिति इस बात से अनजान थी कि विशाल उसे धोखा दे रहा है। वह विशाल से बेहद प्यार करती थी, और उसे यह तक नहीं पता था कि विशाल पहले से शादीशुदा है।
एक दिन की बात है,
, विशाल के फोन में अदिति का मैसेज आता है, जिसमें लिखा होता है, “विशाल, जल्दी तुम नेहा को तलाक दो, नहीं तो मेरे घरवाले मेरी शादी कहीं और कर देंगे।” यह मैसेज नेहा देख लेती है और उसे पढ़कर बहुत रोने लगती है।
तभी विशाल घर आता है और नेहा से पूछता है, “तुम रो क्यों रही हो?”
नेहा रोते हुए कहती है, “क्या आप हमसे प्यार नहीं करते? आप अदिति से प्यार करते हैं, तो उसी से शादी कर लें।”
विशाल, नेहा के सामने अनजान बनने की कोशिश करते हुए कहता है, “कौन अदिति? मैं किसी अदिति को नहीं जानता।”
नेहा गुस्से में बोलती है, “बस करें! कितने झूठ बोलेंगे आप? मुझे सब कुछ पता चल गया है।”
अगले दिन,
नेहा अपने तलाक के कागज विशाल के मुंह पर फेंकते हुए कहती है,Pyar Me Dhoka “ये लीजिए, यही चाहते थे आप। लेकिन एक बात याद रखिएगा, दौलत देखकर हर लड़की आपसे प्यार कर लेगी, लेकिन दिल से प्यार करने वाले बहुत कम मिलते हैं। मैंने आपसे दिल से प्यार किया था, पर अब आप मेरे दिल से उतर चुके हैं। एक दिन आएगा जब आपको पछतावा होगा, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी होगी, और वक्त लौटकर कभी नहीं आता।”
नेहा ने कहा, “गुड बाय, विशाल। मैं दुआ करूंगी कि आप अदिति के साथ हमेशा खुश रहें।” यह कहकर नेहा वहां से चली जाती है, अपनी ज़िंदगी से विशाल को हमेशा के लिए निकालते हुए।
कुछ दिन बाद,
Pyar Me Dhoka विशाल अदिति से शादी करके उसे अपने घर ले आता है। कुछ समय तक वे हंसी-खुशी एक साथ रहते हैं। एक दिन अदिति, विशाल से कहती है, “चलो कहीं बाहर घूमने का प्लान बनाते हैं।”
लेकिन विशाल उसे मना करते हुए कहता है, “ऑफिस के काम की वजह से अभी नहीं जा सकते, लेकिन हम फिर कभी जरूर चलेंगे।”
दोनों साथ में खाना खाते हैं, और फिर अदिति विशाल से कहती है, “चलो शॉपिंग करने चलते हैं।”
विशाल उसे अपना कार्ड देते हुए कहता है, “तुम जाओ, आराम से शॉपिंग करना।”
अदिति खुश होकर कार्ड लेती है और शॉपिंग के लिए निकल जाती है, जबकि विशाल ऑफिस के काम में व्यस्त हो जाता है।
अगले दिन, विशाल फिर से ऑफिस जाने के लिए तैयार होता है। वह अदिति को आवाज लगाकर कहता है, “मुझे मेरी टाई ला दो।” अदिति टाई लाकर देती है।
विशाल हंसते हुए कहता है, “यार, इसे बांध दो, मुझे बांधना नहीं आता। पहले नेहा बांध दिया करती थी।”
Pyar Me Dhoka नेहा का नाम सुनकर अदिति गुस्से में आ जाती है और कहती है, “विशाल, तुम अपनी चीजों का ख्याल खुद रखा करो। मैं तुम्हारी नौकर नहीं हूँ। और आज लंच भी कैंटीन से ही कर लेना, क्योंकि मैंने नहीं बनाया।”
इस वक्त, विशाल को नेहा की बातें और उसकी देखभाल बहुत याद आती है। उसे एहसास होता है कि नेहा कितनी परवाह किया करती थी।
लेकिन जैसा कहते हैं, जब कोई चीज हमारे पास होती है, तो हमें उसकी कदर नहीं होती। Pyar Me Dhoka और जब कदर होती है, तब वो चीज खो चुकी होती है। विशाल के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ।
अब विशाल बहुत परेशान रहने लगा था। न कुछ खाता था, न पीता। तभी उसका एक दोस्त उससे कहता है, “आजकल तुम लंच भी नहीं ला रहे और मेरे साथ बाहर भी नहीं जाते।”
तभी विशाल अपने दोस्त को नेहा के साथ हुए तलाक और अदिति से शादी के बारे में सब कुछ बताता है। उसका दोस्त हैरान होकर पूछता है, “क्या तुम सच में नेहा भाभी को तलाक देने वाले थे?”
Pyar Me Dhoka विशाल भारी मन से कहता है, “नहीं, मैंने अदिति से झूठ कहा था, लेकिन वो मेरे गले ही पड़ गई। मुझे पता भी नहीं था कि नेहा को सब कुछ पता चल जाएगा। उसी वजह से मुझे अदिति से शादी करनी पड़ी।”
Pyar Me Dhoka उसका दोस्त गहरी सांस लेते हुए कहता है, “मैंने तुझे पहले ही समझाया था। वैसे भी, वो अदिति लड़की ठीक नहीं है। वो तुझसे नहीं, तेरी नौकरी और तेरे पैसों से प्यार करती है। जिस दिन तेरे हाथ से ये सब चला जाएगा, तब देखना, वो भी तुझे छोड़कर चली जाएगी। और यकीन न हो, तो वक्त आने पर देख लेना। मेरी बात मान और नेहा भाभी को वापस ले आ। वो तुझसे बहुत प्यार करती है और तेरा साथ हमेशा देगी।”
विशाल का दोस्त उसे समझाने की पूरी कोशिश करता है, ताकि वह अपनी जिंदगी की सबसे बड़ी गलती को सुधार सके।
विशाल का घर
विशाल घर आता है, और उसके दोस्त की बातें उसके दिमाग में घूमने लगती हैं। Pyar Me Dhoka तभी अदिति उसके पास आकर पूछती है, “क्या हुआ? तुम बहुत परेशान लग रहे हो।” विशाल को अपने दोस्त की बातें याद आ जाती हैं, और वह अदिति से झूठ बोलता है, “मुझे नौकरी से निकाल दिया गया है।”
Pyar Me Dhoka यह सुनकर अदिति थोड़ा हैरान होती है, लेकिन जल्दी से कहती है, “कोई बात नहीं, तुम कहीं और नौकरी ढूंढ लेना। सब ठीक हो जाएगा।”
विशाल फिर से गहरी सांस लेते हुए कहता है, “अब कुछ ठीक नहीं हो सकता। मेरे पास कुछ भी नहीं बचा।”
अदिति चौंकते हुए पूछती है, “वो कैसे?”
विशाल निराश होकर जवाब देता है, “क्योंकि ये घर कंपनी के लोन पर था, और अब हमें इसे भी खाली करना होगा।”
अदिति थोड़ी असहज होती है, फिर पूछती है, “लेकिन तुम्हारे पास कुछ सेविंग्स तो होंगी?”
विशाल शांत स्वर में कहता है, “नहीं, सेविंग्स भी नहीं है।”
अदिति थोड़ा रुखा होते हुए कहती है, “अच्छा, ठीक है। तुम आराम करो, हम सुबह बात करेंगे।”
Pyar Me Dhoka अदिति का यह बर्ताव विशाल के मन में शक और असुरक्षा को और बढ़ा देता है, क्योंकि अब उसे अपने दोस्त की बातों की सच्चाई का अहसास होने लगता है।
अगले दिन सुबह
विशाल जब नींद से उठता है, तो उसके पास अदिति का एक पत्र मिलता है। पत्र में लिखा होता है:
Pyar Me Dhoka “विशाल, मैं तुम्हें हमेशा के लिए छोड़ कर जा रही हूँ। मैंने तुमसे शादी अपनी अच्छी लाइफस्टाइल के लिए की थी, लेकिन अब तुम्हारे पास कुछ भी नहीं बचा। मैं गरीबों वाली जिंदगी में नहीं जी सकती। गुड बाय।”
Pyar Me Dhoka पत्र पढ़ने के बाद, विशाल को नेहा की कही हुई बातें एक-एक करके याद आने लगीं। उसे अपनी गलती का एहसास हुआ और उसने तुरंत नेहा को वापस पाने का फैसला किया। वह नेहा के घर जाता है और नेहा की मां से अपनी गलतियों की माफी मांगते हुए कहता है, “आंटी, प्लीज़ मुझे माफ कर दीजिए और नेहा को समझाइए कि वह मेरे साथ चलें। मैं उसे लेने आया हूँ।”
नेहा की मां ने गंभीर स्वर में कहा, “बेटा, मैं तुम्हें माफ तो कर सकती हूँ, लेकिन नेहा को तुम्हारे साथ नहीं भेज सकती।”
विशाल ने हैरान होकर पूछा, “आंटी, क्यों?”
Pyar Me Dhoka नेहा की मां ने दर्द भरे स्वर में कहा, “बेटा, जिस वक्त तुमने नेहा को छोड़ा था, उस समय वह प्रेग्नेंट थी। डॉक्टरों ने कहा था कि अगर वह बच्चे को जन्म देगी, तो उसकी मौत भी हो सकती है। उसने तुम्हारे बारे में कुछ नहीं बताने का फैसला किया और एक प्यारी सी बेटी को जन्म दिया। उसने अपने जीवन की बलि दी, लेकिन तुम्हारी निशानी को कुछ नहीं होने दिया। अब नेहा हम सबको छोड़ चुकी है, और उसके साथ उसकी बेटी, रानी, है।”
विशाल के दिल में गहरी पीड़ा थी। Pyar Me Dhoka उसे महसूस हुआ कि नेहा ने उसे सबक सिखाने के लिए अपनी जान की बाजी लगाई थी। अब, उसके पास अपनी बेटी, रानी, को लेकर एक नई जिंदगी बिताने का मौका था।
विशाल ने अपने जीवन की गलती को स्वीकार करते हुए, रानी के साथ एक नई शुरुआत की। उसे समझ में आ गया था कि सच्चा प्यार और परिवार कितने महत्वपूर्ण होते हैं, और उसने अपनी ज़िंदगी को एक नई दिशा दी।