True Love Story In Hindi
True Love Story In Hindi Janvi और नेहा बहुत ही अच्छे दोस्त थे। नेहा ने Janvi को अपने साथ ट्रिप पर चलने के लिए कॉल किया, लेकिन जाह्नवी ने उसे मना कर दिया कि उसके पापा उसे जाने नहीं देंगे। तब नेहा ने कहा, “तुम परेशान मत हो, मैं बात करके देखती हूँ।” नेहा ने जाह्नवी के पापा से जाकर उसे ट्रिप पर ले जाने की अनुमति मांगी, लेकिन उसके पापा ने मना कर दिया।
नेहा ने कहा, “अंकल, आप उसे कहीं जाने क्यों नहीं देते? उसके साथ तो उसके दो-दो बॉडीगार्ड रहते हैं। फिर भी अगर उसे अपने सामने ही रखना था, तो बॉडीगार्ड का क्या फायदा?”
True Love Story In Hindi Janvi के पापा ने गुस्से में नेहा की तरफ देखते हुए कहा, “Janvi का फायदा और नुकसान मैं देख लूंगा। फिलहाल तुम यहां से चली जाओ, वरना तुम दोनों का मिलना मैं हमेशा के लिए बंद कर दूंगा।”
तभी वहां Janvi के पापा का असिस्टेंट आता है और कहता है,”सर, मैंने सारी सिक्योरिटी चेक कर ली है, सब ठीक है।” उसके पापा बोले, “कुछ ठीक नहीं है, वर्मा जी। Janvi के बॉडीगार्ड्स को दोगुना कर दो, खतरा बढ़ गया है।”
वर्मा जी ने Janvi के पापा से कहा, “सर, क्या फिरौती के लिए फिर से कॉल आई थी?”
उन्होंने कहा, “हां, वही।”
True Love Story In Hindi Janvi ये सब अपने कमरे की बालकनी से सुन और देख रही थी। वह नीचे हॉल में आकर देखती है कि उसके पापा उसके बॉडीगार्ड्स से कह रहे होते हैं, “कुछ भी हो जाए, जाह्नवी तुम लोगों की नज़र से एक मिनट के लिए भी दूर नहीं होनी चाहिए।”
Janvi गुस्से में अपने पापा से कहती है, “ये सब क्या है, डैड? अपने ही घर में कैदी की तरह रहती हूँ। ना कहीं आना-जाना, ना किसी से मिलना, ना बात करना देते। आखिर क्यों?”
“बेटा, मैं ये सब तुम्हारे लिए कर रहा हूँ। तुम्हारी सुरक्षा के लिए करता हूँ, तुम्हारे अच्छे के लिए करता हूँ।”
“डैड, ऐसे कैद होकर जीना किसी के अच्छे के लिए नहीं होता।”
“बेटा, मैं जानता हूँ, तुम नहीं जानती। तुम्हारी जान इस वक्त खतरे में है।”
“और अगर इसी घुटन में मैं गई तो, डैड? आज अगर मेरी माँ होती तो वो मुझे समझती।”
True Love Story In Hindi तभी उसके पापा गुस्से में Janvi पर हाथ उठाने वाले होते हैं, लेकिन उनका असिस्टेंट उन्हें रोक लेता है और दो नए बॉडीगार्ड्स लेकर आता है। Janvi गुस्से में अपने कमरे में चली जाती है।
True Love Story In Hindi उसी रात Janvi अपने घर से भाग जाती है और जाकर एक ढाबे में रुकती है। वहां उसे एक लड़का मिलता है, जिसका नाम Rohan होता है। Janvi रोहन से मदद मांगती है और कहती है, “प्लीज़, मुझे बचा लीजिए और अपने साथ ले चलिए। कुछ गुंडे मेरे पीछे पड़े हैं। मैं बहुत मुश्किल से भागी हूँ।”
Rohan चारों तरफ देखकर कहता है, “मुझे तो कोई नज़र नहीं आ रहा।”
तभी Janvi कहती है, “अभी तो यहीं थे, हो सकता है आपको देखकर भाग गए हों। प्लीज़, मेरी मदद कर दीजिए, प्लीज़, प्लीज़।”
रोहन उसकी मदद करने के लिए तैयार हो जाता है और उसे अपनी बाइक पर साथ ले जाता है।
True Love Story In Hindi लेकिन कहते हैं ना कि कुछ अजनबी एहसास हमारे लिए बहुत खास होते हैं। रोहन भी Janvi के लिए कुछ ऐसा ही साबित हुआ, और Janvi की पूरी जिंदगी बदल गई।
रात के अंधेरे में Janvi और रोहन एक सुनसान ढाबे पर बैठे थे, जहां दोनों के बीच की बातचीत धीरे-धीरे गहरी होती जा रही थी।
Rohan ने हल्की मुस्कान के साथ कहा, “हाँ, मैंने वो किताब पढ़ी है, The Motorcycle Diaries।”
Janvi की आंखों में उत्सुकता चमक उठी, “तो क्या तुम भी उसी तरह से सफर कर रहे हो, जैसे उस किताब के किरदार?”
True Love Story In Hindi Rohan ने अपने चेहरे पर एक हल्की मुस्कान लाते हुए कहा, “सफर का मतलब हर किसी के लिए अलग होता है। किसी के लिए ये खुद को खोजने का तरीका है, तो किसी के लिए दुनिया को जानने का। मेरे लिए, ये एक मौका है उन चीजों को महसूस करने का, जो एक ही जगह पर रहने से कभी महसूस नहीं की जा सकतीं।”
Janvi उसे ध्यान से सुन रही थी। उसने सोचा, कैसे एक अनजान शख्स उसकी जिंदगी में आकर सब कुछ बदल सकता है। उस पल में, वह समझ गई कि Rohan सिर्फ एक मुसाफिर नहीं था, बल्कि उसकी जिंदगी में आया वो बदलाव था,
जिसकी उसे तलाश थी।
“तो क्या तुम भी इसी सफर में हो?” Janvi ने थोड़ी संजीदगी से पूछा।
Rohan ने हल्के से सिर हिलाते हुए कहा, “शायद। पर हर मुसाफिर का एक मंजिल होती है, और मेरी मंजिल अभी तय नहीं हुई है।”
Janvi ने मुस्कुराते हुए कहा, “मंजिल चाहे जो भी हो, ये सफर बहुत खूबसूरत है।”
Rohan ने उसकी बातों से सहमति जताते हुए कहा, “तुम सही कहती हो। कभी-कभी मंजिल से ज्यादा सफर मायने रखता है।”
True Love Story In Hindi Janvi ने पहली बार खुद को आज़ाद महसूस किया। उसने आसमान में चमकते चाँद और तारों की तरफ देखा और बोली, “रात का ये नजारा कितना खूबसूरत है, है ना? जब हम घर के अंदर चार दीवारों के बीच से चाँद देखते हैं, तो वह कितना छोटा और दूर लगता है। लेकिन यहाँ से देखने पर ऐसा लगता है जैसे मैं उसे छू सकती हूँ।”
True Love Story In Hindi Rohan ने उसकी मासूमियत को देखते हुए उसे प्यार भरी नज़रों से देखा। Janvi उसकी नज़रों को महसूस करते हुए शरमा गई और जल्दी से बात बदलने की कोशिश में बोली, “तो तुमने ये नहीं बताया कि तुम एक मुसाफिर हो, इसका क्या मतलब है?”
True Love Story In Hindi Rohan ने गहरी सांस लेते हुए कहा, “मुसाफिर वो होता है, जो अपनी राह में जो भी मिलता है, उसे दिल से अपनाता है, लेकिन खुद को कभी भी किसी एक जगह से बांधता नहीं। वो हर जगह से कुछ न कुछ सीखता है, और फिर आगे बढ़ जाता है। शायद इसी तरह मैं भी एक मुसाफिर हूँ, जो अपनी मंजिल की तलाश में है।”
Janvi उसकी बातों में खो गई, और उसे पहली बार महसूस हुआ कि कभी-कभी हमें भी एक मुसाफिर बनकर जिंदगी के सफर में खुद को खो देना चाहिए, ताकि हम खुद को पा सकें।
Janvi और रोहन ढाबे पर बैठे बातें कर रहे थे। Janvi ने कहा, “मैंने The Motorcycle Diaries तो नहीं पढ़ी, लेकिन उसके बारे में बहुत सुना है। जब मैंने उस किताब के बारे में सुना था, Sad Love Story In Hindi तो मुझे भी लगा कि इस दुनिया के हर अच्छे-बुरे कोने को देखना चाहिए। उस किताब ने मुझे बहुत प्रेरित किया था, और तभी से, जहां ये बाइक मुझे ले जाती है, मैं चल पड़ता हूँ।”
रोहन ने Janvi से पूछा, “वैसे, तुम्हें ट्रैवलिंग पसंद है?”
Janvi ने कहा, “हाँ, लेकिन मुझे कभी ऐसा बाहर निकलने का मौका नहीं मिला।”
Janvi ने फिर रोहन से कहा, “क्या मुझे तुम्हारा फोन मिल सकता है?”
Rohan ने कहा, “हाँ, ज़रूर।”
Janvi ने नेहा को कॉल किया और बड़बड़ाई, “ये लड़की फोन क्यों नहीं उठा रही?”
True Love Story In Hindi Rohan ने कहा, “बहुत रात हो गई है, शायद तुम्हारी दोस्त सो रही होगी। तुम एक काम करो, मेरे साथ मेरे घर चलो। मैं सुबह तुम्हें छोड़ दूंगा। सारी रात तुम्हारे साथ, वो भी अकेले।”तुम्हारे घर पर रहना तो सही नहीं होगा।”
Janvi परेशान होकर बोली, “तुम जानते हो, मैं अपने घर नहीं जा सकती। मेरी दोस्त फोन नहीं उठा रही है, और इस समय बाहर रहना भी ठीक नहीं है। क्या मैं सच में तुम पर भरोसा कर सकती हूँ?”
क्या मैं तुम पर भरोसा कर सकती हूँ?”
Janvi ने मन में सोचा, “ओह गॉड, पता नहीं ये कौन है, कहाँ से आया है, इस पर भरोसा कर सकती हूँ या नहीं।”
Janvi ने फिर कहा, “अच्छा ये बताओ, क्या एक यंग और खूबसूरत लड़की का एक अनजान लड़के के साथ सारी रात रहना ठीक होगा?”
True Love Story In Hindi Rohan ने हंसते हुए कहा, “ओह प्लीज़ यार, मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं है। मैं तो बस तुम्हारी मदद करने की कोशिश कर रहा हूँ। तुम मुंबई वाले भी न, बहुत अजीब होते हो।”
Janvi ने कहा, “मुंबई वाले मतलब? तुम मुंबई के नहीं हो क्या?”
Rohan ने जवाब दिया, “नहीं, दिल्ली से हूँ। और दिल्ली वालों का दिल बहुत बड़ा होता है।”
Janvi ने कहा, “हम मुंबई वाले भी किसी से कम नहीं होते। रह लूंगी तुम्हारे साथ।”
Rohan ने मुस्कुराते हुए कहा, “वाह, बहुत अच्छा फैसला लिया। चलो, फिर घर चलते हैं।”
True Love Story In Hindi दोनों वहाँ से जाने लगे। तभी रोहन की घड़ी गिर गई, और Janvi ने उसे उठाते हुए कहा, “वाह, कितनी अच्छी घड़ी है! क्या मैं इसे पहन कर देख सकती हूँ?”Rohan ने कहा, “हाँ, ज़रूर।”Janvi ने घड़ी पहनी और बहुत खुश होकर पूछा, “कैसी लग रही हूँ?”
Rohan ने कहा, “बहुत अच्छी लग रही हो। ऐसा करो, इसे रख लो।”Janvi ने तुरंत कहा, “नहीं, मैं तुम्हारी घड़ी कैसे रख सकती हूँ?”True Love Story In Hindi Rohan ने कहा, “बहुत अच्छी लग रही हो। ऐसा करो, इसे रख लो।”
True Love Story In Hindi Janvi ने कुछ पल सोचा और फिर मुस्कुराते हुए घड़ी को संभाल कर पहन लिया। रोहन की इस छोटी सी दरियादिली ने उसे अंदर से छू लिया। दोनों ने फिर अपनी यात्रा जारी रखी, एक नए सफर की शुरुआत की ओर।
“और वैसे भी, मुझे ये घड़ी कम पसंद है, तो तुम ही इसे रख लो,” Janvi ने मुस्कुराते हुए कहा।Rohan ने हल्की हंसी के साथ पूछा, “क्या तुम सच में इसे रखना चाहती हो?”Janvi ने थोड़ी देर सोचते हुए कहा, “हाँ, रख लूंगी।”
Rohan ने कहा, “ठीक है, अब जल्दी चलो।”इसके बाद, रोहन और Janvi वहां से निकल जाते हैं।ऐसा लग रहा था जैसे मानो Janvi को आज से पहले न ये खुशी मिली थी, न ये आज़ादी।वो थोड़ी दूर ही गए थे कि उनकी बाइक अचानक खराब हो गई।True Love Story In Hindi Rohan ने चिंतित स्वर में कहा, “ओह नो!”
Janvi ने पूछा, “क्या हुआ?”
True Love Story In Hindi Rohan ने बाइक को देखते हुए कहा, “बाइक खराब हो गई है। इसे ठीक करना होगा, नहीं तो सारी रात यहीं गुजर जाएगी और हम घर नहीं जा पाएंगे।”
Janvi ने मुस्कुराते हुए कहा, “घर जल्दी जाना भी किसको है?”
Rohan ने बाइक को धकेलते हुए कहा, “वहां कुछ दूर एक गैरेज है, चलो वहीं देखते हैं।”
गैरेज में पहुंचकर, Rohan ने अपनी बाइक मैकेनिक को दी, और Janvi पास के पेड़ के नीचे बैठकर चाय पीने लगी।
Rohan ने हंसते हुए कहा, “मैं यहाँ मेहनत कर रहा हूँ, और तुम चाय की चुस्कियाँ ले रही हो?”
Janvi हंसते हुए बोली, “नहीं, मैं इसलिए नहीं हंस रही। मैं तो इसलिए हंस रही थी कि इस एक रात में मैंने कितना अच्छा अनुभव ले लिया।”
Rohan ने कहा, “मुझे पता है, ये सब तुम्हारे लिए बहुत मुश्किल रहा होगा।”
Janvi ने थोड़ी गंभीर होकर कहा, “पहले थोड़ा मुश्किल था, लेकिन अब ये सब कुछ आसान सा लग रहा है।”
Rohan ने सहमति जताते हुए कहा, “हाँ, एक अकेली लड़की के लिए तो ये और भी मुश्किल हो जाता है।”
Janvi ने जवाब दिया, “हाँ, अगर ज़िंदगी किसी और के हिसाब से जीनी है तो मुश्किल है। लेकिन अगर अपने हिसाब से जीनी है, तो वैसी ज़िंदगी कहीं भी नहीं है।”
Rohan ने कहा, “मैं समझता हूँ। हमारी कंट्री में तो लड़कियों को अपनी मर्ज़ी से चलना भी लग्ज़री होटलों जैसा लगता है, जैसे कितनी गलत बात है। मुझे तुम्हारे लिए दुख होता है।”
Janvi ने हैरान होकर पूछा, “दुख? क्यों?”
Rohan ने गहरी सांस लेते हुए कहा, “क्योंकि वो गुंडे तुम्हारे पीछे पड़े हैं और उनकी वजह से तुम अपनी जिंदगी अपने तरीके से नहीं जी पा रही हो।”
Janvi ने मुस्कुराते हुए कहा, “हाँ, गुंडे बहुत बदतमीज़ थे।”
फिर Rohan ने पूछा, “वैसे, रहती कहाँ हो तुम?”
Janvi ने जवाब दिया, “जुहू।”
Rohan ने कहा, “जुहू? वहाँ तो काफी बड़े-बड़े घर, बंगले और गाड़ियाँ होती हैं।
Janvi ने हंसते हुए कहा, “मैं जुहू में रहती तो हूँ, लेकिन एक छोटे से चॉल में।”
Rohan ने जवाब दिया, “मुंबई में अपना बंगला होना मतलब बहुत पैसे वाला होना चाहिए।”
Janvi ने बात बदलते हुए पूछा, “अच्छा, तुम मुंबई में कहाँ रहते हो?”
Rohan ने मुस्कुराते हुए कहा, “मैं एक बहुत ही सुंदर से घर में रहता हूँ,True Love Story In Hindi जिसके बाहर एक बड़ा सा गार्डन है। और उस गार्डन में बहुत ही प्यारे-प्यारे फूल लगे हैं, और वहाँ बैठती हैं एक वर्सी आंटी। और तुम्हें पता है, वहाँ आने-जाने की भी कोई पाबंदी नहीं है।”
Janvi ने हैरान होते हुए कहा, “कोई पाबंदी नहीं? वाह,True Love Story In Hindi ये तो बहुत ही खूबसूरत जगह लगती है। जब घर में आने-जाने की पाबंदी न हो, तो घर वाकई घर जैसा लगता है, वरना एक बंगला भी जेल जैसा लगता है।”
Janvi हंसते हुए बोली, “नहीं, मैं इसलिए नहीं हंस रही। मैं तो इसलिए हंस रही थी कि इस एक रात में मैंने कितना अच्छा अनुभव ले लिया।”
Rohan ने कहा, “मुझे पता है, ये सब तुम्हारे लिए बहुत मुश्किल रहा होगा।”
Janvi ने थोड़ी गंभीर होकर कहा, “पहले थोड़ा मुश्किल था, लेकिन अब ये सब कुछ आसान सा लग रहा है।”
Rohan ने सहमति जताते हुए कहा, “हाँ, एक अकेली लड़की के लिए तो ये और भी मुश्किल हो जाता है।”
Janvi ने जवाब दिया, “हाँ, अगर ज़िंदगी किसी और के हिसाब से जीनी है तो मुश्किल है। लेकिन अगर अपने हिसाब से जीनी है, तो वैसी ज़िंदगी कहीं भी नहीं है।”
Rohan ने कहा, “मैं समझता हूँ। हमारी कंट्री में तो लड़कियों को अपनी मर्ज़ी से चलना भी लग्ज़री होटलों जैसा लगता है, जैसे कितनी गलत बात है। मुझे तुम्हारे लिए दुख होता है।”
Janvi ने हैरान होकर पूछा, “दुख? क्यों?”
Rohan ने गहरी सांस लेते हुए कहा, “क्योंकि वो गुंडे तुम्हारे पीछे पड़े हैं और उनकी वजह से तुम अपनी जिंदगी अपने तरीके से नहीं जी पा रही हो।”
Janvi ने मुस्कुराते हुए कहा, “हाँ, गुंडे बहुत बदतमीज़ थे।”
फिर Rohan ने पूछा, “वैसे, रहती कहाँ हो तुम?”
Janvi ने जवाब दिया, “जुहू।”
Rohan ने कहा, “जुहू? वहाँ तो काफी बड़े-बड़े घर, बंगले और गाड़ियाँ होती हैं।”
Janvi ने हंसते हुए कहा, “मैं जुहू में रहती तो हूँ, लेकिन एक छोटे से चॉल में।”
Rohan ने जवाब दिया, “मुंबई में अपना बंगला होना मतलब बहुत पैसे वाला होना चाहिए।”
Janvi ने बात बदलते हुए पूछा, “अच्छा, तुम मुंबई में कहाँ रहते हो?”
Rohan ने मुस्कुराते हुए कहा, “मैं एक बहुत ही सुंदर से घर में रहता हूँ, जिसके बाहर एक बड़ा सा गार्डन है। और उस गार्डन में बहुत ही प्यारे-प्यारे फूल लगे हैं, और वहाँ बैठती हैं एक वर्सी आंटी। True Love Story In Hindi और तुम्हें पता है, वहाँ आने-जाने की भी कोई पाबंदी नहीं है।”
Janvi ने हैरान होते हुए कहा, “कोई पाबंदी नहीं? वाह, ये तो बहुत ही खूबसूरत जगह लगती है। जब घर में आने-जाने की पाबंदी न हो, तो घर वाकई घर जैसा लगता है, वरना एक बंगला भी
जेल जैसा लगता है।”
Rohan ने Janvi की आँखों पर पट्टी बांध दी और दोनों रोहन के घर की ओर बढ़े। Janvi बहुत एक्साइटेड थी, और जैसे ही वे घर पहुंचे, उसने पट्टी हटाने का इरादा किया।
“अब मैं पट्टी खोल रही हूँ,” जाह्नवी ने कहा।
Rohan ने कहा, “अब भी तुम्हें फूलों की खुशबू आ रही होगी, गार्डन आ गया है।”
Janvi ने आँखों से पट्टी हटाई और जब उसने देखा कि वह अपने घर में है और उसके सामने उसके पिता खड़े हैं, तो वह हैरान रह गई।
Janvi के पिता ने कहा, “सही समय पर तुमने उसे देख लिया और सही सलामत घर ले आए। मैं प्रभावित हूँ। अब समझ में आया कि तुम इतनी ज़्यादा पैसे क्यों मांग रहे थे।”
Janvi ने यह सुनकर शॉक्ड होकर रोहन से पूछा, “इसका मतलब तुमने मुझसे झूठ बोला?”
Janvi के पिता ने कहा, “हाँ, उसने मुझसे झूठ बोला। यह तुम्हें जानता है, मैंने यह फैसला किया है कि आज से तुम Janvi के बॉडीगॉर्ड नहीं रहोगे। मुझे कोई बॉडीगॉर्ड नहीं चाहिए।True Love Story In Hindi मैं उसे नफरत करती हूँ। मुझे परवाह नहीं, मैं तुमसे कोई बात नहीं करना चाहती।”
Janvi गुस्से में अपने कमरे में चली गई और बहुत रोई। उसे ऐसा लग रहा था जैसे जो थोड़ी सी खुशी उसने पाई थी, वो चंद पलों की ही थी। उस एक पल में उसने कितने सपने सजाए थे, और अब सब कुछ एक पल में चूर-चूर हो गया था।
थोड़ी देर बाद
Janvi ने अपनी बालकनी से देखा कि रोहन और उसके पिता आपस में बातचीत कर रहे थे।
Janvi के पिता ने रोहन से कहा, “कुछ नहीं, यह थोड़ी देर में ठीक हो जाएगी। और मैं तुमसे बहुत खुश हूँ कि तुमने पूरे मामले को बड़े आराम से संभाल लिया। अच्छा किया, मिस्टर रोहन, बहुत अच्छा।”
फिर उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, “एक सेकंड के लिए भी Janvi को यह पता नहीं चला कि तुम बॉडीगॉर्ड हो।”
Janvi के पिता ने आगे कहा, “वरमा जी, आप को हवेली का पूरा दौरा करवा देंगे। अगर आपको कहीं भी कैमरा या किसी और चीज़ की ज़रूरत हो, तो बताना।”
True Love Story In Hindi Janvi ने यह सब सुनकर महसूस किया कि रोहन की भूमिका और उसके प्रयासों की कद्र की जा रही थी, और उसके पिता के दृष्टिकोण में भी एक नई समझ और सम्मान था।
Janvi एक बार फिर टूट जाती है। उसे महसूस होता है कि Janvi और रोहन का मिलना कोई संयोग नहीं था; यह एक साजिश थी।
अब Janvi ने रोहन से नफरत करना शुरू कर दिया था। रोहन Janvi का बॉडीगॉर्ड बन गया था और हर पल उसकी निगरानी करता था। Janvi और नेहा बाहर गार्डन में पढ़ाई करती थीं, और रोहन उन्हें देख कर मुस्कुराता था। शायद, Rohan को Janvi से प्यार हो गया था।
अगले दिन रात को
True Love Story In Hindi Janvi अपने बॉडीगॉर्ड Rohan के साथ पार्टी से वापस आ रही थी, तभी उसकी गाड़ी पेड़ से टकरा जाती है और उसके सिर में चोट लग जाती है। रोहन इसे देख कर परेशान हो जाता है और तुरंत Janvi को अस्पताल ले जाता है। अस्पताल में उसकी पट्टी करवाई जाती है, और घर लौटने पर रोहन Janvi से कहता है, “तुम ठीक हो न?”
Janvi गुस्से में कहती है, “हां, मैं ठीक हूं।”
Rohan जवाब देता है, “तुम ठीक नहीं हो।” वह उसके लिए खाना लाता है और ज़िद करता है कि वह खाए।
Janvi गुस्से में कहती है, “तुम क्यों ऐसा कर रहे हो? तुम जूठे हो, अब क्यों अच्छा बनने का नाटक कर रहे हो?”
True Love Story In Hindi Rohan उदास होकर कहता है, “जब मुझे यह काम मिला था, मुझे नहीं पता था कि मुझे तुम्हें देखते ही तुमसे प्यार हो जाएगा।”Janvi चौंकी हुई, “जूठ बोल रहे हो तुम?”
Rohan ने कहा, “नहीं, मैं सच बोल रहा हूँ। तुम्हें देखते ही मुझसे प्यार हो गया।True Love Story In Hindi मैं सब कुछ भूल गया था—तुम्हारी आंखें, तुम्हारी बातें, तुम्हारे इमोशन्स—मैं खुद को तुम्हारी ओर खींचता चला गया। लेकिन मैं चाह कर भी तुमसे प्यार नहीं कर सकता।”
Janvi ने कहा, “लेकिन क्यों? तुम मेरे बॉडीगॉर्ड हो। तुम्हें मुझसे प्यार करने का हक नहीं है।”
Rohan ने कहा, “मैं देता हूँ तुम्हें हक मुझसे प्यार करने का। I love you, I love you.”
True Love Story In Hindi Janvi ने कहा, “मैं ऐसा नहीं कर सकता। तो क्या तुम मुझे छोड़ दोगे?”Rohan ने जवाब दिया, “क्या तुम मुझसे दूर रह सकोगी? तुम मुझसे दूर हो सकोगी?”
True Love Story In Hindi Janvi की आँखों में आँसू थे। रोहन ने उसे जोर से गले लगा लिया। तभी वहाँ वर्मा अंकल ने यह सब देख लिया और कहा, “Janvi बेटा, तुम ठीक हो न?”Janvi ने कहा, “हां, मैं ठीक हूं।”
अगले दिन सुबह
True Love Story In Hindi Janvi और Rohan सुबह की ठंडी हवा में बाहर आते हैं। Rohan Janvi से कहता है, “अगर किसी ने हमें देख लिया तो हम दोनों मारे जाएंगे।” Janvi हंसकर कहती है, “अरे वाह, खुद को बड़े ज्ञानी बताते हो और इतना डर। ड्राइवर और गाड़ी बाहर हैं, और तुम अपनी बाइक ठीक करवाने आए थे। तुम मुझे अकेला छोड़ नहीं सकते। तुम तो अपनी ड्यूटी निभा रहे हो।”
True Love Story In Hindi Janvi कहती है, “क्या हम ऐसे ही चुप-चुपके मिलते रहेंगे? मैंने सोच लिया है कि मैं Dad से बात करूंगी। सच में। हां, लेकिन अगर उन्होंने मना कर दिया तो? आज तक मैंने उनकी कोई बात नहीं टाली, उन्हें मेरी बात माननी पड़ेगी।”
“अच्छा, मैं तुम्हारे लिए कुछ लाया हूँ।” Janvi कहती है।
“मैं भी तुम्हारे लिए कुछ लाया हूँ।” Rohan जवाब देता है।
True Love Story In Hindi दोनों एक-दूसरे के गिफ्ट खोलते हैं और दोनों ने एक-दूसरे के पसंद की घड़ियाँ खरीदी होती हैं। दोनों बहुत खुश होते हैं और घड़ियाँ पहनकर कहते हैं, “ये घड़ियाँ हमें हमारी जिंदगी का अच्छा वक्त याद दिलाएंगी।”
Janvi और Rohan का प्यार सच
वर्मा जी Janvi के पिता को Janvi और Rohan की लव स्टोरी के बारे में बताते हैं। Janvi के पिता पूछते हैं, “क्या तुम्हें लगता है कि यह सब सच है?” Rohan जवाब देता है, “हाँ, सर।
True Love Story In Hindi वर्मा जी वैसे भी भाभी जी के जाने के बाद इस खानदान का नाम बड़ी मुश्किल से संभला है, और अगर Janvi बेटी गुड़ के साथ मिलकर ऐसा कुछ करेगी, तो सब कुछ खत्म हो जाएगा।”
True Love Story In Hindi Janvi के पिता गुस्से में बोलते हैं, “इस खानदान का नाम हमारे जीवन से ज्यादा ज़रूरी है। अब क्या होगा, सर? Janvi किसी गैर के साथ नहीं रहेगी। अब जो होगा, मैं करूंगा।”
True Love Story In Hindi जब Rohan घर आता है, तो वर्मा जी उसे पूछते हैं, “आने में इतनी देर कैसे हो गई?” Rohan जवाब देता है, “मैं मंदिर गया था,” और फिर जनवी के कमरे में जाता है। वहीं उसके पिता Janvi को गुस्से में डांटते हैं।
True Love Story In Hindi Janvi कहती है, “क्या हो गया है तुम्हें? तुम्हारा दिमाग खराब हो गया है।””तुम्हारा दिमाग खराब था, Dad, लेकिन अब मेरा दिल और दिमाग दोनों ठीक हो गए हैं, वो भी उस Rohan की वजह से,” Janvi जवाब देती है।
True Love Story In Hindi “खामोश रहो, जनवी। उस लड़के का नाम मत लो मेरे सामने। अब मैं चुप नहीं रहूंगी। Rohan ने मुझे दिखाया कि स्वतंत्रता क्या होती है, वरना मैं इस कैद की जिंदगी से थक चुकी थी। Rohan ने मुझे यहां से निकाला है। I love him, Dad. I love him,” Janvi कहती है।
“बहुत हो गया, अपना मुंह बंद रखो,” Janvi के पिता गुस्से में बोलते हैं। तभी उनकी नजर पीछे खड़े Rohan पर पड़ती है। वह रोहन के पास जाकर कहते हैं,True Love Story In Hindi “क्या तुम इस लड़के से प्यार करती हो? देखो, यह बॉडीगार्ड खुद को इतनी शर्मिंदगी महसूस कर रहा है कि खड़ा नहीं हो सकता।”
True Love Story In Hindi Rohan जवाब देता है, “सर, इसलिए मैं झुका हूँ क्योंकि मैं आपकी इज्जत करता हूँ। और जहां तक Janvi से प्यार करने की बात है, इसमें शर्म या डर की कोई बात नहीं है। अपनी औकात में रहिए। मुंह बंद करवा सकते हैं, लेकिन हमारे प्यार को कैसे रोकेंगे? जिस दिन मैंने Janvi को पहली बार देखा, उसी दिन मुझे उससे प्यार हो गया था। अगर आप अपनी ज़ुबान से एक शब्द और निकाला, तो क्या करेंगे? हम चाहें तो भाग सकते हैं। धमकी दे रहे हैं, लेकिन हमें सिर्फ आपके आशीर्वाद की जरूरत है। मैं और Rohan एक-दूसरे से शादी करना चाहते हैं।”
True Love Story In Hindi Janvi के पिता Janvi पर हाथ उठाते हैं, तब रोहन उनका हाथ पकड़कर कहते हैं, “मैं Janvi का बॉडीगार्ड हूँ, उसे कुछ नहीं होने दूंगा। मेरी बेटी एक मामूली बॉडीगार्ड से शादी नहीं कर सकती।”
True Love Story In Hindi अगर ऐसा है, सर, तो आज ही मैं ये जॉब छोड़ता हूँ और आपसे आपकी बेटी का हाथ मांगता हूँ,” Rohan हाथ जोड़कर कहता है। तभी Janvi के पिता बोलते हैं, “तुम दोनों ने यहां आकर बहुत बड़ी गलती की है, क्योंकि यह शादी नहीं हो सकती। तुमने अपनी औकात से बाहर जाकर बहुत बड़ी गलती कर दी है। और अगर तुम ऐसा करते हो, तो ये हाथ कट सकते हैं।”
True Love Story In Hindi Janvi के पिता अपनी गन निकालकर बोलते हैं, “Janvi , Rohan के सामने आकर बोलो कि अगर तुमने Rohan पर गोली चलाई, तो पहले मुझे मारना होगा।”
Janvi जवाब देती है, “जिस लड़की ने अपने परिवार की इज्जत का ख्याल नहीं रखा, वो मेरी बेटी नहीं हो सकती।”
“ठीक है, Dad। चलिए गोली चला लीजिए। माँ को तो आपने मार दिया, अब मुझे भी मार दीजिए।”
“ये क्या कह रही हो?” Janvi के पिता पूछते हैं।
“सच कह रही हूँ। चलो, Rohan , मुझे यहाँ नहीं रहना।” Janvi कहती है।
जब वे लोग जाने लगते हैं, तब Janvi के पिता Rohan और Janvi पर गोली चला देते हैं और दोनों की मौत हो जाती है। वहीं, वर्मा सभी सबूत मिटाने की कोशिश करता है, True Love Story In Hindi लेकिन पुलिस आकर उन्हें गिरफ्तार कर लेती है। Janvi के पिता को कोर्ट सजा-ए-मौत सुना देती है।