Tum Meri Ho
Tum Meri Ho मैं तुम्हें किसी का नहीं होने दूंगा टीना
अभिषेक टीना से टीना मैंने तुमसे वो प्यार किया है जो तुम्हें कोई नहीं कर सकता लेकिन तुमने मुझे धोखा दिया अभिषेक चले जाओ यहां से चले जाओ…
परिचय
अभिषेक और टीना बच्चन के दोस्त द टीना के भाई और अभी ये के भाई दोनों बहुत अच्छे दोस्त थे और उनका साथ मेरे बिजनेस की वजह से बहुत अच्छी थी वो सब बहुत अच्छे और ख़ुशी से रहा करते थे एक काली रात आई और मानो जैसे उनकी खुशियों को किसी की नज़र लग गई……
काली रात
Tum Meri Ho एक रात अभिषेक के भाई की फैक्ट्री में आग लग गई, आग लग गई और उनकी पूरी फैक्ट्री में कुछ भी नहीं बचा था बैंक के लोन और लेबर की सैलरी न देने के कारण, लोग सदको पार दर्शन करने लगे उनके पास उनके पास उनके चूड़ी के सिवा कुछ नहीं बचा था हमारे शहर में इस वजह से उन्हें अपना बंगला भी सेल करना पड़ा और उनके पास रहने का कोई भी ठिकाना नहीं था अभिषेक के भाई टीना के भाई के पास एक रात के लिए जहां मांगे गए लेकिन उन्हें उनका साथ नहीं दिया और उन्हें पे से इंकार करके धक्के मार के घर से निकल दिया वो Tum Meri Ho अपने छोटे भाई अभिषेक को लेकर जा रहे थे तभी उनको ये सारा सदमा बरदास ना हुआ और वो पागल हो गए उन्हें लोगो ने पागल खाने भेजा राजू की उम्र 8 साल थी उसके माता पिता ए यू.आर टीना के माता पिता एक साधारण दुर्घटना में चल आधार इतनी छोटी सी उम्र में अभिषेक के पास ना रहने की जगह थी ना खाने को कुछ सड़क के सुनसान सन्नाटे में बेटा अभिषेक पर एक औरत की नज़र पड़ती है जिसे कोई बच्चे नहीं होते वो ऐसे अभिषेक के को बेटा देख उसके पास जाती है अभिषेक उसे सब कुछ बताता है तभी वह अपने साथ अपने घर ले आता है उसे खाना खिलाता है और कहती है आज से तुम मेरे बेटे हो तभी अभिषेक को एक सहारा मिलता है पर वो सब कुछ याद करता है रेहटा है….
कुछ साल बाद
अभिषेक बड़ा हो जाता है और उसने अपना छोटा है कार का गैराज ओपन किया होता है जब वो अपने भाई से मिल जाता है तब तक उसके भाई की हालत में भी कुछ सुधार आ जाता है और वो अपने भाई को पागल खाने से वापस ले आता है है और घर लाकर अपनी मुंह बोली मां से मिलवाता है उनकी मां बहुत खुश होती है Tum Meri Ho पहले सब साथ में हमें धोखा देती रहती है
अभिषेक और टीना की मुलाक़ात
Tum Meri Ho अभिषेक और टीना एक ही बस स्टैंड पर खड़े होकर बस का इंतजार कर रहे थे अभिषेक अपने गैराज को जा रहा था वही टीना यूनिवर्सिटी के लिए जा रही थी टीना की कार खराब होने की वजह से बस लेनी पड़ी है वो डोनो बस के ली हाँ लाइन में लगे होते हैं पर वो एक दूसरे को पहचान नहीं पाते क्योंकि वो बचपन में ही बिछड़ गए होते हैं बस आने के बाद पब्लिक इतनी होती है कि उन्हें जगह नहीं मिलती और खड़े होकर ही जाना पड़ता है वही बस में पीछे से धक्का आने की वजह से अभिषेक का धक्का टीना को लग जाता है Tum Meri Ho टीना गुस्से में अभिषेक को सुना देती है कहती है आपको दिखाई नहीं दे रही अकेली लड़की देखी नहीं कि फ्लर्ट करना शुरू कर दिया अभिषेक कुछ बोल पाता इसे पहले ही टीना का स्टॉप आया और वो उतर गई वो भी बस से उतरा लेकिन तब तक तीन वहां से जा चुकी होति है…
हॉट कॉफ़ी कैफ़े
Tum Meri Ho अगले दिन टीना अपने दोस्तों के साथ कॉफी कैफे जाती है तीन की दोस्त उससे शर्त लगाती है शर्त ये होती है कॉफी कैफे में जो लड़का सबसे पहले एंट्री करेगा उसे किस करना होगा चचल तीन उन्हें शर्त लगाती है एफआईआर एंट्री गेट एसबीकेआई नज़र होती है उसी बीच पर अभिषेक और उसका दोस्त भी उसी कैफे में आ रहे हैं हॉट शेयर लगाने के बाद कैफे में एक बूढ़े आदमी की एंट्री हो रही है उसे देख टीना की सभी दोस्त हंसी लगती है और शर्त लगाने की वजह से टीना को जाना पड़ता है सांसे थेमे हुए टीना
Tum Meri Ho कदम बढ़ा रही होती है हमें बुशे आदमी का कॉल आ जाता है हमारे बीच अभिषेक की एंट्री हो जाती है टीना आंखें बंद करके इस्तेमाल करें किस कृति है जब वो अपनी आंखें खोलती है तो वो देखती है कि उसने जिसने किस किया वो वहीं बस वाला लड़का था
Tum Meri Ho टीना उसे कहती है तुम यहां अभिषेक है मैं उस दिन तो एपी बहुत बटे सुना रही थी मुझे आज तो अपना मुझे किस कर लिया यहीं शर्म है एपीकी वो वहां से चली जाती है टीना घर जाकर अभिषेक के बारे में सोचती है मानो यू के यूज़ प्यार होने लगा हो वो हर दिन यूएस कैफ़े के पास से जब अभिषेक को देखती अभिषेक का गैराज उस कैफ़े के पास था धीरे धीरे यूज़ उसे प्यार होने लगा था वो हमसे बात करने के लिए मिलने के बहाने ढूंढती थी Tum Meri Ho अभिषेक ये सब नोटिस करता था कि एक दिन टीना का उपयोग करें उसी कैफे में बोलती है अभिषेक वहा पाउच जाता है लेकिन टीना दिन पहले हो जाती है उसके दोस्त अभिषेक को एकर बोलती है टीना तुमसे कोई प्यार नहीं करती उसने हमसे शर्त लगाई थी तुम्हें किस
Tum Meri Ho करने की वो बीएस तुमसे खेल रही है अभिषेक उनकी बातों का यकीन नहीं करता वो बोलता है तुम लोगों की बात नहीं मान सकता टीना की दोस्त चलो हम प्रूफ करवाते हैं जब तीना आए तो तुम कि देर चुप कर उसकी बात सुनना अभिषेक ठीक है तीन कैफ़े अति है और अपने सभी दोस्तों को देख का दंग रह जाती है कहती है तुम सब यहां वो लोग कहते हैं हमारे दिन तो तुम हमारे पैसे लेकर चली गई थी Tum Meri Hoआज हम लोग ट्रीट लेने आए हैं तीन यार यार हमारे दिन की शर्त तो मैं भूल ही नहीं सकती ये सब अभिषेक सुन लेता है और वो तीन के पास सिर्फ 1000 रुपये के लिए है, तुमने मेरे जज़्बातों से एहसास से खेला तीन वहां अभिषेक को देख कर प्रेशान होती है और वो उसके पीछे जाती है ऐसे बटने के इस्तेमाल करें लेकिन तब तक वो जा चूका होता है वो सारी रात प्रेशान रहती है ये सोच कर कि उसकी मोहब्बत शुरू होने से पहले ही खत्म हो गई टीना अभिषेक के चौल का पता लगा कर वो चली जाती है जो अभिषेक की मां को एसबी ऐसी बाती है अभिषेक उसे वहा देख कर परेशान करता है और उसे अपने घर से जाने को कहता है वो उसे भर निकाल रहा है तब उसके बैग से वो गुड्डा गिर जाता है जो अभिषेक ने उसे देखा बचपन में उसे दिखाया है उसे देख वो उसे पूछता है ये तब टीना उसे बताती है और अभिषेक उसे वो गुड़िया लाकर दिखाता है जो उसने उसे बचपन में दी होती है दोनों एक दूसरे को पहचानते हैं और उनका बिछड़ा हुआ प्यार मिल जाता है…
टीना का रिश्ता राठौड़ परिवार से
Tum Meri Ho:टीना के भाई टीना की शादी राठौड़ परिवार के छोटे बेटे से फिक्स कर देते हैं तीन घर अति है कि उनकी कार उनकी घर से जा रही होती टीना अपनी भाभी से पूछती है तब उसकी भाभी उससे कहती है कि उसके भाइयों ने उसका रिश्ता तय कर लिया DIYA है क्या टीना बोलती है ये क्या कह रही है एपी मेरा रिश्ता वो मुझसे पूछे बिना तभी उसके बड़े भाई बोलते हैं आज तक तुम्हारी जिंदगी के सारे मौके तो हम ही करते हैं ऐ उम्र भी हम ही करेंगे जहां हम चाहेंगे वही तुम्हारी एस हादी होगी नहीं भैया मन मेरी जिंदगी के फैसले एपी लोग करते हैं ऐ मैंने कुछ नहीं कहा लेकिन ये मेरी जिंदगी का सवाल है, माई इस फैसले को नहीं मान सकती टीना ये कह कर जा रही होती है Tum Meri Hoतभी उसके बड़े भाई उसे रोकते हुए बोलते हैं जाते-जाते मेरी बात सुन टी.आई जाओ तुम्हारी शादी होगी तो तब तक टीना गुस्से में आप भी मेरी एक बात सुन ले भैया मेरी शादी होगी तो सिर्फ अभिषेक से वरना किसी से भी मैं शादी नहीं करूंगी ये कह कर वो अपने कमरे में चली जाती है…
उस समय वह यह सब कुछ अभिषेक को बताती है। अभिषेक, टीना की बात सुनकर उससे कहता है, “तुम परेशान मत हो, मैं अपने भैया को रिश्ता लेकर भेजूंगा।”
अगले दिन
टीना के भाई, अभिषेक के भाई की बहुत बेइज्जती करते हैं और उन्हें भगा देते हैं।
अगले दिन
Tum Meri Ho:टीना के घर में उसके भाई एक इवेंट रखते हैं। इवेंट में आए हुए मेहमानों के सामने वे राठौर परिवार के छोटे बेटे के साथ टीना की सगाई का ऐलान करते हैं। तभी वे देखते हैं कि टीना, अभिषेक का हाथ पकड़कर आ रही होती है। उन दोनों को साथ देखकर टीना के भाई हैरान हो जाते हैं। तभी टीना इवेंट में आए हुए मेहमानों से बोलती है, “भैया ने जो ऐलान किया वो बिल्कुल सही है। सगाई तो मेरी होगी, मगर दूल्हा सिर्फ अभिषेक होगा।”
टीना का भाई गुस्से में कहता है, “ये क्या तमाशा है, टीना?”
टीना जवाब देती है, “ये तमाशा नहीं है, भैया, ये मेरा फैसला है।”
टीना का भाई गुस्से से कहता है, “तुम कौन होती हो अपनी ज़िंदगी के फैसले करने वाली? इस घर में सिर्फ मेरे फैसले चलते हैं।”
टीना कहती है, “जिस घर में मैं अपनी मर्जी के फैसले नहीं ले सकती, ऐसे घर को मैं ठोकर मारती हूँ।”
वह बाहर की तरफ कदम बढ़ाती है, तभी टीना का छोटा भाई पीछे से गोली चला देता है। टीना मुड़कर देखती है तो उसका भाई कहता है, “जिसके लिए तुम हमें छोड़कर जा रही हो, वो तुम्हारे लिए कर ही क्या सकता है?”
Tum Meri Ho:तभी टीना के भाई जलते हुए अंगारे लाकर जमीन पर बिछा देते हैं और टीना से कहते हैं, “पूछ उससे, ये 20 कदम का फासला वो नंगे पाँव तय कर सकता है?”
अभिषेक बिना कुछ सोचे समझे अपने जूते निकालता है और उन अंगारों पर चलने लगता है। टीना उसे बहुत मना करती है, लेकिन वह नहीं मानता। आखिर में वह उसे पार कर लेता है और टीना को गले से लगा लेता है। फिर अभिषेक, टीना के भाई के पास जाकर कहता है, “अब तो आप टीना का हाथ मेरे हाथ में देंगे?”
Tum Meri Ho:टीना का भाई गुस्से में आकर अभिषेक को बहुत मारता है। टीना उसे बचाने की कोशिश करती है, पर सफल नहीं हो पाती। उसके भाई उसे बहुत मारकर अपने आदमियों से अभिषेक को एक चाल में फिंकवा देते हैं। चाल के लोग अभिषेक के घरवालों को सारी बात बताते हैं, और वे उसे अस्पताल लेकर जाते हैं।
तभी अभिषेक के भाई को टीना के भाइयों पर बहुत गुस्सा आता है और वह गुस्से में टीना के घर जाकर उनके भाइयों को पीटने लगता है। टीना का बड़ा भाई पुलिस को कॉल करके कहता है कि उसने उसके भाई पर जानलेवा हमला किया है। पुलिस आकर उसे गिरफ्तार कर लेती है।
वहीं चाल के लोगों में भी अभिषेक की इस हालत की वजह से गुस्सा भरा होता है।
Tum Meri Ho:तभी उन्हें खबर मिलती है कि अभिषेक के भाई को पुलिस ने पकड़ लिया है और हवालात में बंद कर दिया है। चाल के परेशान लोग सभी हवालात जाते हैं उसे छुड़ाने के लिए, लेकिन वहाँ जाकर देखते हैं कि पुलिस वाले टीना के भाई से रिश्वत ले चुके होते हैं और उसे न छोड़ने का फैसला कर रहे हैं। वे पैसे आपस में बाँट रहे होते हैं, तभी एक हवलदार आकर बताता है, “साहब, हमें ये पैसे यहाँ नहीं रखने चाहिए क्योंकि अभी-अभी खबर मिली है कि एंटी-करप्शन वालों की यहाँ रेड पड़ने वाली है।”
चाल के सभी लोगों को एक विचार आता है, और वे एंटी-करप्शन की टीम बनाकर पुलिस स्टेशन चले जाते हैं। वे इंस्पेक्टर से तलाशी देने को कहते हैं। टीना के भाई से ली हुई रकम उनके हाथ लग जाती है। Tum Meri Ho:इंस्पेक्टर डर की वजह से उनसे कहता है, “आप जो बोलेंगे, हम करेंगे।” तब वे अभिषेक के भाई को छोड़ने की बात करते हैं। इंस्पेक्टर हवलदार से उसे छोड़ने को कहता है।
तभी असली एंटी-करप्शन वाले आ जाते हैं। उन्हें देखकर सभी घबरा जाते हैं। पुलिस वाले माफी माँगने लगते हैं। एंटी-करप्शन के लोग पूछते हैं, “यहाँ क्या हो रहा है?” चाल के लोग बताते हैं, “इन्होंने हमारे भाई को गिरफ्तार कर लिया है और हमसे रिश्वत माँग रहे हैं।” पुलिस वाले झूठ बोलते हैं कि वह 50,000 की रकम उनकी है।
फिर, वे अभिषेक के भाई को और 50,000 की रकम लेकर वहाँ से निकल जाते हैं। अभिषेक का भाई घर आता है, और वह घर में अभिषेक को देखकर बेहद खुश होता है। तब वह अभिषेक से उसका हाल पूछता है। अभिषेक कहता है, “भैया, मैं ठीक हूँ, पर आपको वहाँ नहीं जाना चाहिए था।”
तभी अभिषेक का भाई उससे कहता है, “शादी तो तेरी टीना से ही होगी।”
Tum Meri Ho:वहीं, टीना के भाई और राठौर परिवार के छोटे बेटे टीना के घर डिनर पर आए हुए होते हैं। वे लोग अभिषेक और उसके भाई का मजाक बना रहे होते हैं, तभी अभिषेक का भाई फिर वहाँ पहुँच जाता है। टीना का भाई गुस्से में कहता है, “हरामजादे, तेरी हिम्मत कैसे हुई यहाँ आने की? निकल जाओ यहाँ से!” तभी टीना का छोटा भाई गुस्से में आकर उसका कॉलर पकड़ लेता है।
अभिषेक का भाई शांति से कहता है, “अरे-अरे भाई, यहाँ मैं लड़ने-झगड़ने नहीं, बल्कि अभिषेक की शादी का कार्ड देने आया हूँ।”
ये सुनकर टीना का बड़ा भाई कहता है, “देखने में तो तू पागल लगता है, लेकिन काम समझदारों वाले किए हैं। अच्छा हुआ कि तूने अपने भाई की शादी कहीं और फिक्स कर दी। अच्छा ये बता, तूने अपने भाई की शादी कहाँ तय की है? लड़की कहाँ की है?”
तभी अभिषेक का भाई जवाब देता है, “यही की है, और आपकी दुआ से बहुत बड़े घर में रिश्ता हुआ है। आप भी कार्ड पढ़िए।”
Tum Meri Ho:जैसे ही वो कार्ड खोलता है, उसमें टीना का नाम देखकर वह गुस्से में अभिषेक के भाई से कहता है, “हरामजादे, तेरी हिम्मत कैसे हुई ऐसी गिरी हुई हरकत करके मेरे सामने आने की? तुझे कैसे हिम्मत हुई हमसे रिश्ता जोड़ने की?”
टीना का भाई गुस्से में बंदूक उठाकर बोलता है, “आज तू यहाँ से बचकर नहीं जाएगा।”
तभी अभिषेक का भाई शांत स्वर में कहता है, “अच्छा है, मुझे मार दो। मेरा काम और भी आसान हो जाएगा, क्योंकि अगर मैं मर गया तो आप लोगों को फाँसी हो जाएगी, और अभिषेक और टीना का रास्ता साफ हो जाएगा। मार दो गोली, मारो!”
ये सुनकर वे गोली नहीं चलाते। तभी अभिषेक का भाई कहता है, “चलिए, अब मुलाकात होगी 25 सितंबर को हनुमान मंदिर में।”
टीना का छोटा भाई अपने बड़े भाई से कहता है, “एक पागल हमें इतना कुछ कह गया, और हम खड़े होकर उनका मुँह देखते रहे।”
तभी राठौर परिवार का बेटा उनसे कहता है, “अभी 25 दिन हैं। इन 25 दिनों के लिए हम टीना को यहाँ से बाहर ले जाते हैं। वहाँ जाकर इन दोनों की शादी करवा देंगे।”
ये बात टीना के भाई को पसंद आ जाती है। वह बोलता है, “ठीक है, कल का सूरज टीना मूसा बाग में ही देखेगी।”
उनकी बातें टीना की भाभी सुन लेती है और वह ये सब कुछ अभिषेक को बता देती है। अभिषेक कहता है, “आप चिंता न करें, भाभी। टीना अब अभिषेक से कोई अलग नहीं कर सकता।”
अगले दिन सुबह,
टीना के भाई और होने वाले मंगेतर जबरदस्ती टीना को मूसा बाग लेकर जा रहे होते हैं। टीना गुस्से में बोलती है, “मुझे अभिषेक से कोई जुदा नहीं कर सकता!”
टीना बस से भागने की कोशिश करती है, लेकिन उसे रोक लिया जाता है।Tum Meri Ho: इसी दौरान, अभिषेक भी उस बस का पीछा कर रहा होता है। वह भी उसी बस में चढ़कर उनसे लड़ाई करता है और आखिरकार टीना को बचाकर वहाँ से ले जाता है।
अभिषेक और टीना की शादी
Tum Meri Ho:अगले दिन, अभिषेक और टीना कोर्ट में शादी करने के लिए जाते हैं। जैसे ही शादी का प्रक्रिया शुरू होता है, टीना के भाई और उनके लोग उन्हें रोक देते हैं। टीना के भाई अभिषेक से कहते हैं, “ये मत समझना कि मैं इस शादी को रोकने आया हूँ, और न ही मुझे इस शादी से कोई आपत्ति है। मैंने हमेशा से चाहा है कि टीना खुश रहे, और अगर उसे ये खुशी तुम्हारे साथ मिलती है, तो मैं तुम दोनों के बीच कभी दीवार बनकर नहीं आऊँगा। मेरा आशीर्वाद हमेशा तुम दोनों के साथ है। बस एक विनती है तुमसे—जिस बहन को हमने अपने बच्चों की तरह पाला, जिसकी शादी के लिए हमने न जाने कैसे-कैसे सपने देखे, उसकी विदाई अगर कोर्ट की जगह उसके घर से होती है, तो मैं सारी ज़िंदगी तुम्हारा कर्जदार रहूँगा।”
अभिषेक का भाई जवाब देता है, “आपका दिल दुखाने का इरादा नहीं था। अगर आप चाहें, तो टीना की दुल्हन के रूप में विदाई आपके घर से ही होगी।”
यह सुनकर वहाँ खड़ी टीना का दिल भी पिघल जाता है और वह अपने भाई को गले लगा लेती है। फिर वे घर लौट आते हैं।
घर आने के बाद, टीना का छोटा भाई अपने बड़े भाई से कहता है, “ये आपने क्या किया भैया? जो हमारे घर में नौकर की भी हैसियत नहीं रखते, हम उनसे रिश्ता जोड़ेंगे?”
वहीं, राठौर परिवार के बेटे भी मौजूद थे। वे बोलते हैं, “Tum Meri Ho:आपने अपने डूबे हुए कारोबार को बचाने के लिए मुझसे करोड़ रुपये लिए और साथ ही मुझसे वादा किया कि आप टीना की शादी मुझसे करेंगे। अगर टीना की शादी मुझसे होती है, तो वो होगा जो आप लोग कभी सोच भी नहीं सकते।”
गुस्से में टीना के भाई कहते हैं, “बस करो, तुम सब! ये सब कुछ मैंने टीना की शादी को रोकने के लिए किया था। मैं झुका सिर्फ इसलिए हूँ ताकि उन्हें जड़ से उखाड़कर फेंक सकूं। अब देखो, मैं तुम लोगों के साथ क्या करता हूँ।”
अभिषेक का शगुन
Tum Meri Ho:कुछ दिन बाद, टीना के भाई अभिषेक के घर पैसे और ज़ेवर से भरा हुआ थाल लेकर जाते हैं। जब अभिषेक का भाई पूछता है, तो टीना के भाई बताते हैं कि यह उनकी तरफ से छोटा सा शगुन है।
अभिषेक का भाई जवाब देता है, “यह हम नहीं ले सकते। आपकी अपनी बहन, हमारी सबसे प्यारी लक्ष्मी है, और हमें किसी भी चीज़ की जरूरत नहीं है।”
टीना के भाई गर्व से कहते हैं, “हमें अपनी बहन की पसंद पर गर्व है, जिसने ऐसा घर चुना है, जहाँ रहने वाले लोग दिल से संतुष्ट और धनवान हैं।”
तभी पीछे से वकील आता है और कहता है, “Tum Meri Ho:अगर यही स्थिति रही, तो हम कंगाल हो जाएंगे। हमारी एक फैक्ट्री सिटानगर में है, और आपको कल की ट्रेन से वहाँ जाना होगा।”
अभिषेक का भाई जवाब देता है, “मैं कैसे जा सकता हूँ? मेरे भाई की देखभाल कौन करेगा?”
टीना का भाई कहता है, “आप कैसी बात कर रहे हैं? क्या हमारे समधी एक दिन के लिए हमारे घर नहीं रुक सकते
रात का वक्त,
Tum Meri Ho:अगले दिन रात को, टीना के भाई एक भेष बदलने वाले को खोजकर लाते हैं, जो अभिषेक के भाई की तरह ही दिखता है। वे उसे समझाते हैं और चेतावनी देते हैं कि उसे अपनी सीमाओं में रहना होगा, क्योंकि वह लड़की उनकी बहन है। भेष बदलने वाला भरोसा दिलाता है कि वह अभिषेक के भाई को पागलखाने पहुँचा देगा।
अभिषेक का भाई कहता है, “मैं ये पैसे लेने नहीं आया हूँ। अभिषेक तुम्हें चाहता है, वह तुम्हें देखना चाहता है। वह चाहता है कि तुम उसकी ज़िंदगी बचाओ।”
टीना उसे मजबूती से धक्का देते हुए कहती है, “चला जा यहाँ से। उस आदमी से मेरा कोई वास्ता नहीं है जिसने मुझे जिंदा रहते हुए मार डाला। यहाँ से चला जा।”
Tum Meri Ho:कुछ दिन बाद, टीना के भाई अभिषेक के घर पैसे और ज़ेवर से भरा हुआ थाल लेकर जाते हैं। जब अभिषेक का भाई पूछता है, तो टीना के भाई बताते हैं कि यह उनकी तरफ से छोटा सा शगुन है।
अभिषेक का भाई जवाब देता है, “यह हम नहीं ले सकते। आपकी अपनी बहन, हमारी सबसे प्यारी लक्ष्मी है, और हमें किसी भी चीज़ की जरूरत नहीं है।”
टीना के भाई गर्व से कहते हैं, “हमें अपनी बहन की पसंद पर गर्व है, जिसने ऐसा घर चुना है, जहाँ रहने वाले लोग दिल से संतुष्ट और धनवान हैं।”
तभी पीछे से वकील आता है और कहता है, “Tum Meri Ho:अगर यही स्थिति रही, तो हम कंगाल हो जाएंगे। हमारी एक फैक्ट्री सिटानगर में है, और आपको कल की ट्रेन से वहाँ जाना होगा।”
अभिषेक का भाई जवाब देता है, “मैं कैसे जा सकता हूँ? मेरे भाई की देखभाल कौन करेगा?”
टीना का भाई कहता है, “आप कैसी बात कर रहे हैं? क्या हमारे समधी एक दिन के लिए हमारे घर नहीं रुक सकते
अभिषेक का भाई टीना से कहता है, “तू उसकी आखिरी आशा थी और तूने ही मुँह फेर लिया। अब मैं कहाँ जाऊँगा? क्या करूँ? मेरा अभिषेक मर जाएगा, मेरा भाई मर जाएगा।”
टीना के भाइयों का सच
टीना की भाभी ताली बजाते हुए कहती हैं, “वाह टीना, आज तुमने साबित कर दिया कि तुम इनकी बहन हो, एक ही नस्ल के हो तुम लोग। ये गंदा खून इनकी नस्ल में है, वही गंदा खून तुम्हारी नस्ल में दौड़ रहा है। तुम्हारा दिमाग खराब हो गया है।”
Tum Meri Ho:कुछ दिन बाद, टीना के भाई अभिषेक के घर पैसे और ज़ेवर से भरा हुआ थाल लेकर जाते हैं। जब अभिषेक का भाई पूछता है, तो टीना के भाई बताते हैं कि यह उनकी तरफ से छोटा सा शगुन है।
अभिषेक का भाई जवाब देता है, “यह हम नहीं ले सकते। आपकी अपनी बहन, हमारी सबसे प्यारी लक्ष्मी है, और हमें किसी भी चीज़ की जरूरत नहीं है।”
टीना के भाई गर्व से कहते हैं, “हमें अपनी बहन की पसंद पर गर्व है, जिसने ऐसा घर चुना है, जहाँ रहने वाले लोग दिल से संतुष्ट और धनवान हैं।”
तभी पीछे से वकील आता है और कहता है, “Tum Meri Ho:अगर यही स्थिति रही, तो हम कंगाल हो जाएंगे। हमारी एक फैक्ट्री सिटानगर में है, और आपको कल की ट्रेन से वहाँ जाना होगा।”
अभिषेक का भाई जवाब देता है, “मैं कैसे जा सकता हूँ? मेरे भाई की देखभाल कौन करेगा?”
टीना का भाई कहता है, “आप कैसी बात कर रहे हैं? क्या हमारे समधी एक दिन के लिए हमारे घर नहीं रुक सकते
टीना के भाई कहते हैं, “बकवास मत कर, ये आग उगल रही है। Tum Meri Ho:कुछ दिन बाद, टीना के भाई अभिषेक के घर पैसे और ज़ेवर से भरा हुआ थाल लेकर जाते हैं। जब अभिषेक का भाई पूछता है, तो टीना के भाई बताते हैं कि यह उनकी तरफ से छोटा सा शगुन है।
अभिषेक का भाई जवाब देता है, “यह हम नहीं ले सकते। आपकी अपनी बहन, हमारी सबसे प्यारी लक्ष्मी है, और हमें किसी भी चीज़ की जरूरत नहीं है।”
टीना के भाई गर्व से कहते हैं, “हमें अपनी बहन की पसंद पर गर्व है, जिसने ऐसा घर चुना है, जहाँ रहने वाले लोग दिल से संतुष्ट और धनवान हैं।”
तभी पीछे से वकील आता है और कहता है, “Tum Meri Ho:अगर यही स्थिति रही, तो हम कंगाल हो जाएंगे। हमारी एक फैक्ट्री सिटानगर में है, और आपको कल की ट्रेन से वहाँ जाना होगा।”
अभिषेक का भाई जवाब देता है, “मैं कैसे जा सकता हूँ? मेरे भाई की देखभाल कौन करेगा?”
टीना का भाई कहता है, “आप कैसी बात कर रहे हैं? क्या हमारे समधी एक दिन के लिए हमारे घर नहीं रुक सकते
तुम्हारी शराफत का नकाब जलाकर तुम्हारा घिनौना रूप दिखाएगी। अगर इसे रोकना नहीं चाहते, तो इसके मंगलीसूत्र की डोरी जला कर रख दूंगा।”
टीना की भाभी जवाब देती हैं, “जब से दुनिया बनी है, आदमी औरत को इसी बात की धमकी देता आया है, और औरतें चुपचाप सहन करती आई हैं। अगर तुम मुझे धमकी दे रहे हो, तो आज मैं खुद को इस बंधन से मुक्त करती हूं और कोई मुझे सच कहने से नहीं रोक सकता।”
टीना की भाभी टीना को उनके भाइयों का सच बता देती हैं। यह सुनकर टीना टूट जाती है और अपने भाई से कहती है, “जब मैंने आपका प्यार देखा, तो मैंने भगवान से प्रार्थना की कि हर जन्म में मुझे आप जैसे भाई मिलें, लेकिन आज आपका यह असली रूप देख कर मैं भगवान से प्रार्थना करती हूं कि जिस घर में आप जैसे भाई हों, वहाँ कोई बेटी न जाए। और मैं अपने प्यार की थोकरा देकर वापस अपने अभिषेक के पास जाऊंगी।”
टीना घर से बाहर निकलने वाली होती है, तब टीना का छोटा भाई उसका हाथ पकड़ते हुए कहता है, “तुम इस चौखट से बाहर नहीं जाओगी।”
टीना कहती है, “मैं जाऊंगी जरूर, मैं जा रही हूँ।”
टीना का भाई गुस्से में कहता है, “अगर तुम जा रही हो, तो ठीक है। इस घर से तुम्हारी लाश जाएगी।”
टीना का बड़ा भाई छोटे भाई पर तलवार रखते हुए कहता है, “जाने दो उसे।”
छोटा भाई जवाब देता है, “भाई, आज हिम्मत आई है। मुझे झुका सकते हो, मैं नहीं।”
टीना का भाई कहता है, “जाने दो, जाओ। हम खुदगर्ज भाइयों की ज़िंदगी से दूर हो जाओ और कभी लौटकर मत आना। मेरा आशीर्वाद तुम्हारे साथ है।”
छोटा भाई गुस्से में अपने बड़े भाई पर गोली चला देता है। टीना वापस आ जाती है और कहती है, “तो जा रही थी न? अब जाकर दिखा।”
टीना कहती है, “मैं जाऊंगी, चाहे तुम मुझ पर गोली चला दो। नहीं, मैं तुम्हें मारूंगा नहीं, लेकिन मैं तुम्हारे दिल और दिमाग से उस हरामजादे का नाम मिटा दूंगा।”
टीना को जोरदार थप्पड़ मारने के बाद, टीना का भाई कहता है, “तुम चुनौती देती हो, अब देखो मैं क्या करता हूँ।”
फिर टीना की भाभी अपने देवर से कहती है, “छोड़ दो, इसे जाने दो।”
उसके देवर टीना की भाभी को धक्का दे देते हैं और उसका सिर पत्थर में लग जाता है। वह टीना को भी बहुत मारते हैं और कहते हैं, “इस जन्म में तुम उसकी नहीं हो सकती।”
वह टीना के चारों ओर पेट्रोल डालकर आग लगाने वाला होता है, तभी अभिषेक आ जाता है और उसे बचा लेता है। फिर उसी जगह पर, अभिषेक अपने भाई को डालकर आग लगा देता है। और उसी में अभिषेक और टीना फेरे लेते हैं, इस तरह उन्हें अपनी मोहब्बत मिल जाती है।